News Room Post

Talks: 14वें दौर की बातचीत में चीन को भारत का दो टूक, टकराव वाली जगहों से हटाओ जवान

india china armies

लेह। चीन के मोल्दो कैंट में भारत और चीन के सैन्य कमांडरों के बीच 14वें दौर की बातचीत बुधवार को 12 घंटे तक चली। भारत की ओर से फायर एंड फ्यूरी कोर के नए कमांडर अनिंद्य सेनगुप्ता और चीन की तरफ से दक्षिण शिनजियांग थियेटर के चीफ मेजर जनरल यांग लिन ने एलएसी पर तनाव कम करने के लिए बातचीत की। इससे पहले भारत और चीन के बीच 13 बार कमांडर स्तर की बातचीत हो चुकी है। दोनों देशों के बीच लद्दाख में एलएसी पर तनाव दो साल पहले तब शुरू हुआ था, जब चीन ने जबरन भारतीय इलाके पर कब्जा जमाने की कोशिश की थी।

चीन ने अब भी देपसांग और हॉट स्प्रिंग्स के इलाके में लंबे समय से कब्जे को जारी रखा हुआ है। यहां से उसकी सेना हटाने के बारे में 14वें दौर की बातचीत हुई। इसके अलावा कई और जगह से भी दोनों पक्षों की सेना को हटाने पर चर्चा की गई। सूत्रों के मुताबिक चीन से भारत ने साफ कहा कि टकराव वाली जगहों से उसे अपने जवान हटा लेने चाहिए। फिलहाल चीन और भारत ने करीब 60-60 हजार सैनिक यहां आमने-सामने खड़े कर रखे हैं। दोनों देशों की सेनाएं कुछ इलाकों में आपसी सहमति से पीछे भी हटी हैं, लेकिन चीन की चालबाजी के कारण भारतीय सेना को यहां बड़े पैमाने पर जवानों का जमावड़ा करना पड़ रहा है।

दोनों देशों के सैन्य कमांडरों की बैठक बुधवार सुबह साढ़े 9 बजे शुरू हुई थी और रात करीब 10 बजे तक चली। इससे पहले दोनों देशों के कमांडर स्तर की बातचीत का 13वां दौर 10 अक्टूबर 2021 को हुआ था। उस बातचीत में कोई भी नतीजा नहीं निकल सका था। बीते दिनों खबर आई थी कि चीन की तरफ से पैंगोंग सो में झील की आठवीं फिंगर के पास उत्तर और दक्षिणी कोनों को जोड़ने के लिए पुल बनाया जा रहा है। भारत ने इस पर कहा था कि चीन जहां पुल बना रहा है, वो 60 साल से उसके अवैध कब्जे में है। माना जा रहा है कि कोर कमांडरों की बैठक में इस मुद्दे पर भी बातचीत हुई है।

Exit mobile version