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भारत 8वीं बार बना UNSC का अस्थाई सदस्य, अमेरिका ने किया स्वागत, बौखलाया पाकिस्तान

नई दिल्ली। भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) का 8वीं बार अस्थाई सदस्य चुन लिया गया है। 192 वोटों में से भारत के पक्ष में 184 वोट पड़े। अब भारत 2021-22 के लिए इस सर्वोच्च संस्था का अस्थायी सदस्य बन गया है। जीत के बाद संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत नेतृत्व जारी रखेगा और एक बेहतर बहुपक्षीय व्यवस्था को नई दिशा देगा। भारत को 192 बैलट वोट्स में से 184 वोट मिले।

तिरुमूर्ति ने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं कि भारत को साल 2021-22 के लिए UNSC का अस्थाई सदस्य चुन लिया गया है। हमें भारी समर्थन मिला है और संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों ने जो विश्वास जताया है उससे विनम्र महसूस कर रहा हूं।

विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने भारत को UNSC में अस्थायी सदस्य चुने जाने पर विदेश मंत्रालय की टीम और भारतीय यूएन टीम को बधाई दी है।

अमेरिका ने किया गर्मजोशी से स्वागत

हम भारत का गर्मजोशी से स्वागत करते हैं और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सफल चुनाव के लिए बधाई देते हैं। हम अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के मुद्दों पर साथ काम करने के लिए उत्साहित हैं, जो भारत और अमेरिका के बीच सहभागिता की वैश्विक रणनीति है। वहीं, इससे पहले पाकिस्तानी विदेशमंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि भारत का सदस्य बनना हमारे लिए फिक्र की बात है। हालांकि उसके मेंबर बनने से कोई आसमान नहीं फट जाएगा।

भारत की सफलता से बौखलाया पाकिस्तान

वहीं भारत की इस सफलता पर चिढ़े पाकिस्तान ने कहा कि सुरक्षा परिषद में नई दिल्ली की अस्थायी सदस्यता हमारे लिए चिंता की बात है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा, भारत हमेशा इस मंच से उठाए जाने वाले प्रस्तावों को खारिज करता रहा है, खासकर कश्मीर जैसे मुद्दों को। कश्मीरियों को उनके हक नहीं दिए गए और उनका दमन जारी है। कुरैशी ने कहा, भारत के अस्थाई सदस्य बनने से कोई आसमान नहीं फट पड़ेगा। पाकिस्तान भी सात बार अस्थाई सदस्य रह चुका है।

जानें क्या है UNSC

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, संयुक्त राष्ट्र संघ के 6 प्रमुख हिस्सों में से एक है। इसका मुख्य कार्य दुनियाभर में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करना होता है इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र संघ में नए सदस्यों को जोड़ना और इसके चार्टर में बदलाव से जुड़ा काम भी सुरक्षा परिषद के काम का हिस्सा है। यह परिषद दुनियाभर के देशो में शांति मिशन भी भेजता है और अगर दुनिया के किसी हिस्से में मिलिट्री ऐक्शन की जरूरत होती है तो सुरक्षा परिषद रेजोल्यूशन के जरिए उसे लागू भी करता है।

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