नई दिल्ली। सीमा विवाद को लेकर इन दिनों भारत और नेपाल रिश्तों में तनाव बना हुआ है लेकिन फिर भी कोरोनावायरस जैसी महामारी से लड़ने के लिए भारत ने पड़ोसी देश की मदद की है। भारत ने नेपाल को दस वेंटिलेटर दिये हैं ताकि गंभीर रूप से बीमार मरीजों को वहां बचाया जा सके। इन वेंटिलेटर की किमत 28 मिलियन है।
नेपाल में भारतीय दूतावास ने कहा कि यह रविवार को ग्रैंड हॉल, सेना मुख्यालय में एक समारोह में नेपाल के भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा द्वारा थल सेनाध्यक्ष (COAS) जनरल पूर्ण चंद्रा थापा को सौंपे गए हैं।
दूतावास द्वारा जारी किए गए एक बयान के अनुसार, इन वेंटिलेटरों को उन्नत आक्रामक या गैर-इनवेसिव श्वसन समर्थन को शामिल करने के लिए विस्तृत श्रृंखला के लिए डिजाइन किया गया है। इनका उपयोग आईसीयू, तृतीयक मल्टीस्पेशलिटी अस्पतालों और समर्पित अस्पतालों में माध्यमिक देखभाल में किया जा सकता है।
बता दें कि चीन के उकसावे में आकर नेपाल लगातार भारत के साथ अपने रिश्तों में तल्खी ला रहा है। उत्तराखंड में कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा क्षेत्र को लेकर जारी नक्शा विवाद की वजह से दोनों देशों में तनाव बना हुआ है।