नई दिल्ली। भारत के उच्चायुक्त संजय वर्मा और 5 अन्य राजनयिकों को कनाडा की सरकार ने आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में पर्सन ऑफ इंट्रेस्ट बताया था। इसके जवाब में भारत ने इन सभी राजनयिकों को वापस बुलाने के साथ ही दिल्ली स्थित कनाडा के कार्यकारी उच्चायुक्त और 5 अन्य अफसरों को निष्कासित किया था। अब भारत ने कनाडा पर जोरदार पलटवार किया है। भारत सरकार ने कनाडा की सीमा सेवा एजेंसी यानी सीबीएसए के एक अफसर को मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में शामिल किया है। भारत ने कनाडा के इस अफसर के प्रत्यर्पण की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक सीबीएसए का अफसर संदीप सिंह सिद्धू प्रतिबंधित इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन का सदस्य है। वो पंजाब में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देता है। संदीप सिंह सिद्धू के खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह रोडे और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से भी संबंध हैं। संदीप सिंह सिद्धू पर आरोप है कि वो 2020 में भारतीय नागरिक और शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू की हत्या में शामिल रहा है। बलविंदर सिंह संधू अमेरिका और कनाडा में खालिस्तान के खिलाफ अभियान चलाते थे। संदीप सिंह सिद्धू के बारे में भारत का कहना है कि उसे कनाडा में सीमा सेवा एजेंसी का अधीक्षक बनाया गया। एनआईए की जांच में खुलासा हुआ कि लखबीर सिंह रोडे और खालिस्तानी आतंकियों ने सनी टोरंटो के साथ बलविंदर सिंह संधू की हत्या की साजिश रची।
सनी टोरंटो के बारे में ही मीडिया का दावा है कि उसका नाम संदीप सिंह सिद्धू है। भारत ने पिछले दिनों ही दावा किया था कि कनाडा को उसने 26 बार खालिस्तानी आतंकियों और मोस्ट वांटेड अपराधियों के प्रत्यर्पण का अनुरोध भेजा, लेकिन इस पर कोई कदम नहीं उठाया गया। भारत और कनाडा के बीच टकराव की शुरुआत उस वक्त हुई, जब पिछले साल कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने अपने देश की संसद में ये आरोप लगाया कि आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की एजेंसियों का हाथ है। भारत ने बार-बार कहा कि कनाडा सबूत दे, लेकिन ट्रूडो की सरकार ने निज्जर की हत्या मामले में सबूत नहीं दिए। दो दिन पहले ही जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा के एक आयोग के सामने ये माना कि भारत को खुफिया जानकारी दी, लेकिन निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसियों का हाथ होने के कोई सबूत नहीं मिले थे। भारत ने इस पर कहा कि ट्रूडो का बयान उसके पक्ष को साबित करता है और कनाडा से रिश्ते बिगड़ने में जस्टिन ट्रूडो ही एकमात्र जिम्मेदार हैं।