नई दिल्ली। खालिस्तानी आतंकियों को पनाह दे रहे कनाडा के खिलाफ मोदी सरकार ने और सख्त रुख अपना लिया है। कनाडा के नागरिकों के लिए भारत ने अनिश्चितकाल तक वीजा सर्विस बंद कर दी है। कनाडा में भारतीय उच्चायोग और कोंसुलेट में बीएलएस इंटरनेशनल नाम की कंपनी भारत के लिए वीजा दिए जाने की प्रक्रिया करती है। बीएलएस इंटरनेशनल ने अपनी वेबसाइट में बताया है कि भारतीय मिशन की तरफ से महत्वपूर्ण सूचना: ऑपरेशनल कारणों से भारत की वीजा सेवाएं 21 सितंबर से अगली सूचना तक बंद रहेगी। हालांकि, खबर लिखे जाने तक भारत की तरफ से इस बारे में आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ था। भारत की तरफ से कनाडा के नागरिकों को वीजा दिया जाना बंद करने से दोनों देशों के संबंधों में और तनाव आ सकता है।
कनाडा और भारत के बीच पिछले 2 दिन से काफी तनाव बढ़ गया है। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने अपने देश की संसद में बयान दिया था कि इस साल जून में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की सर्रे शहर में हुई हत्या में भारतीय एजेंसियों का हाथ हो सकता है। भारत पर ये आरोप लगाने वाले ट्रूडो ने कोई सबूत तक नहीं दिया है। कनाडा ने ट्रूडो के बयान के बाद भारतीय उच्चायोग के एक वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित कर दिया था। बदले में भारत ने भी कनाडा के उच्चायोग के एक वरिष्ठ राजनयिक को देश छोड़कर चले जाने को कहा था।
ट्रूडो का कहना था कि उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से जी-20 की बैठक के दौरान अलग से बातचीत में भी निज्जर की हत्या का मुद्दा उठाया था। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि कनाडा लगातार खालिस्तानी आतंकियों और भारत विरोधी तत्वों को अपने यहां शरण देता है। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारत की एजेंसियों का हाथ होने का जो आरोप लगाया है, वो मनगढंत है। भारत ने इसके बाद अपने नागरिकों से कनाडा की यात्रा न करने के लिए भी कहा था।