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Indian Economy: अमेरिका से लेकर चीन तक को पछाड़कर भारतीय अर्थव्यवस्था ने पकड़ी रफ्तार,  PM मोदी के नेतृत्व में GDP हुई 8.7 फीसद

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नई दिल्ली। एक बात का ध्यान रखिएगा। आ तो गए हैं आप हमारा लेख पढ़ने। लेकिन, अगर आप पीएम मोदी के आलोचकों में से एक हैं, तो आपको हमारा ये लेख कतई नहीं सुहाने वाला है, क्योंकि अब तक जिन मसलों को लेकर विपक्षी खेमा केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लेते आ रहे थे, वे मसले अब दम तोड़ते हुए नजर आ रहे हैं। या फिर दूसरे शब्दों में कहें तो आज का दिन उन सभी लोगों के लिए बहुत बुरा है, जिनकी दुकान महज मोदी सरकार को गरियाने से ही चलती है। अब इतना सब कुछ पढ़ने के बाद आप मन ही मन सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि आप ऐसी भूमिका रचाने में मशगूल हो गए हैं। आखिर माजरा क्या है। जरा कुछ खुलकर बताएंगे या यूं ही भूमिकाओं में उलझाते रहेंगे। तो चलिए अब हम आपको पूरा माजरा अब तफसील से बताते हैं।दरअसल, आज यानी की मंगलवार को केंद्र सरकार की तरफ से एक आंकड़ा जारी किया गया है, जिमसें भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति को आंकड़ों के रूप में अन्य देशों की तुलना करने के साथ पेश किया गया है। इन आंकड़ों में जो कुछ भी नजर आ रहा है, उसे अगर प्रधानमंत्री के आलोचकों ने देख लिया तो यकीन मानिए कि उनकी नींद हराम हो जाएगी। चलिए तो पहले हम आपको वो आंकड़ा दिखाते हैं।

तो देखिए ये आंकड़े

इन आंकड़ों के मार्फत विभिन्न देशों के सकल घरेलू उत्पाद में वार्षिक वृद्धि को संख्यात्मक रूप में पेश किया गया है। इसमें उन सभी देशों की आर्थिक वृद्धि को बयां किया गया है, जिन्हें विश्व समुदाय में आर्थिक संवर्धन का प्रतीक माना जाता है। लेकिन, इन विभिन्न देशों में सर्वाधिक जीडीपी की बढ़ोतरी अगर किसी देश की बताई गई है, तो वो भारत है। जी हां… जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक, भारत की सकल घरेलू उत्पाद वार्षिक वृद्धि दर 8.7 प्रतिशत आंकी गई है। वहीं, वे सभी देश जो विश्व समुदाय में अपने आर्थिक संवर्धन का डंका बजाने से नहीं थकते हैं, वो भी भारतीय अर्थव्यवस्था के आगे दम तोड़ते हुए ही नजर आ रहे हैं। यकीन न हो तो चीन को ही देख लीजिए। चीन की जीडीपी वृद्धि दर 8.1 फीसद दर बताई गई है, जो कि भारत से एक या दो नहीं, बल्कि 6 फीसद कम है। वहीं, यूनाइटेड किंगडम की 7.4 फीसद है। यूएसए की 5.4 फीसद है। फ्रांस की 7 फीसद है। जर्मनी की 2.8 फीसद है। जापाना  की 1.6 फीसद है।

तो इस तरह से आप देख सकते हैं कि कैसे सभी देश भारतीय अर्थव्यवस्था के बढ़ते विकास काफिले के आगे दम तोड़ते हुए नजर आ रहे हैं। अब ऐसी स्थिति में वे सभी लोग जो केंद्र की मोदी सरकार को मुख्तलिफ मसलों का सहारा लेकर निशाने पर लेते आ रहे हैं, वे अब किन मसलों का सहारा लेकर केंद्र सरकार को घेरने के लिए स्क्रिप्ट तैयार करेंगे। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम

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