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2020 में नहीं होगी हज यात्रा, आवेदन शुल्क करेंगे वापस : नकवी

नई दिल्ली। विश्वभर में कोरोना महामारी को देखते हुये इस साल भारतीय मुसलमान हज की यात्रा पर नहीं जा पाएंगे। इस बात की घोषणा करते हुए केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि सऊदी अरब सरकार के निर्णय का सम्मान करते हुए यह फैसला किया गया है कि हज 2020 के लिए भारतीय मुसलमान सऊदी अरब नहीं जायेंगे। यह निर्णय लोगों की सेहत-सलामती को ध्यान में रखते हुए भी लिया गया है। नई दिल्ली में मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुये नकवी ने बताया कि सोमवार को सऊदी अरब के हज और उमराह मंत्री हिज एक्सेलेंसी डॉ. मुहम्मद सालेह बिनताहेर बेन्तेन का फोन आया था। उन्होंने कोरोना महामारी के चलते इस बार हज (1441 एच/ 2020 एडी) में भारत से जाने वाले हज यात्रियों को ना भेजने का सुझाव दिया है।

नकवी ने कहा कि चूंकि कोरोना की गंभीर चुनौतियों से पूरी दुनिया प्रभावित है। सऊदी अरब में भी इसका असर देखा जा रहा है। ऐसे में सऊदी अरब सरकार के निर्णय का सम्मान करते हुए और हालात के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है। नकवी ने यह भी कहा कि अब तक हज 2020 के लिए 2 लाख 13 हजार आवेदन प्राप्त हुए थे। सभी आवेदकों द्वारा जमा कराया गया पूरा पैसा बिना किसी कटौती के तत्काल वापस किये जाने की प्रक्रिया मंगलवार से ही शुरू कर दी गई है। यह पैसा ऑनलाइन डीबीटी के जरिये आवेदकों के खाते में भेजा जायेगा।

नकवी ने कहा कि 2019 में 2 लाख भारतीय मुसलमान हज यात्रा पर गए थे, जिनमें 50 प्रतिशत महिलाएं शामिल थीं। इसके अतिरिक्त 2018 में शुरू की गई बिना मेहरम महिलाओं को हज पर जाने की प्रक्रिया के तहत हज पर जाने वाली महिलाओं की संख्या 3,040 हो चुकी है।

इस वर्ष भी 2,300 से अधिक मुस्लिम महिलाओं ने बिना “मेहरम” (पुरुष रिश्तेदार) के हज पर जाने के लिए आवेदन किया था। इन महिलाओं को हज 2021 में इसी आवेदन के आधार पर हज यात्रा पर भेजा जायेगा। साथ ही नकवी ने कहा कि अगले वर्ष भी जो महिलाएं बिना मेहरम हज यात्रा हेतु नया आवेदन करेंगी उन सभी को भी हज यात्रा पर भेजा जायेगा।

गौरतलब है सोमवार देर रात सऊदी अरब हज एवं उमराह मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा है, “वैश्विक कोरोना महामारी के चलते धार्मिक स्थलों पर भीड़-भाड़ वाले कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है। यह निर्णय लिया गया है कि विभिन्न देशों के जो लोग इस समय सऊदी अरब में रह रहे हैं केवल उन्हीं द्वारा बहुत सिमित संख्या में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए हज किया जायेगा।”

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