MP Politics : क्या गुजरात के रास्ते जाने वाला है मध्यप्रदेश? शिवराज के खिलाफ बगावत, नड्डा से MP में बदलाव की उठी मांग
ऋषी नौपुत्रा
नई दिल्ली। मध्यप्रदेश की राजनीति में कांग्रेस को तोड़कर सरकार बनाने वाली प्रदेश भाजपा के साथ सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। राज्य में भाजपा के एक विधायक ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को लेटर लिखकर प्रदेश में गुजरात की तर्ज पर बड़े स्तर पर फेरबदल का सुझाव दिया है। अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव चुनाव से पहले ‘एंटी इनकंबेंसी’ की काट के लिए सरकार और संगठन में बदलाव की मांग की गई है। गुजरात में भाजपा ने पिछले साल सितंबर में मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और उनकी पूरी मंत्रिमंडल को बदल डाला था। इसके बाद भूपेंद्र पेटल को जिम्मेदारी सौंपी गई, जिनकी अगुआई में पार्टी ने लगातार सातवीं बार रिकॉर्ड सीटों के साथ सरकार बनाने में कामयाबी हासिल की है।
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के विधायक नारायण त्रिपाठी ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेजे गए एक पत्र में लिखा, ”मैं आपको गुजरात में शानदार और ऐतिहासिक जीत पर बधाई देना चाहता हूं। साथ में मेरे जैसे कार्यकर्ता और पार्टी के शुभचिंतक की एक अपील भी है कि मध्य प्रदेश में भी अगले साल (भाजपा की) सरकार बने।” त्रिपाठी ने लेटर में आगे लिखा, ”इसके लिए कार्यकर्ता चाहते हैं कि सरकार और संगठन को पूरी तरह बदल दिया जाए ताकि एंटी इनकंबेंसी को खत्म करके एक नए दौर को आरंभ किया जा सके।
इसके साथ ही इस लेटर में लिखा गया है कि, ‘नए लोग सरकार और संगठन के बीच नई कार्यशैली लाएंगे जोकि बहुमत से सरकार गठन का रास्ता साफ करेगा। सतना जिले की मैहर सीट से विधायक ने उम्मीद जाहिर की कि उनकी अपील को स्वीकार किया जाएगा ताकि भाजपा राज्य में एक बार फिर सरकार बनाए और लोगों के कल्याण की योजनाएं बिना बाधा जारी रहें। गौरतलब है कि भाजपा मध्य प्रदेश में 2018 का विधानसभा चुनाव हार गई थी। कांग्रेस ने कमलनाथ की अगुआई में सरकार बनाई थी। हालांकि, बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया की अगुआई में हुई बगावत से कांग्रेस की सरकार गिर गई और शिवराज सिंह चौहान की नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बन सकी थी।