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Himanta Sarma on India vs Bharat: प्रेसिडेंट ऑफ भारत को लेकर उपजे विवाद पर हिमंता बिस्वा शर्मा को जयराम रमेश को करारा जवाब, जानें पूरा माजरा

नई दिल्ली। जी-20 सम्मेलन में शिरकत करने वाले राष्ट्रध्यक्षों को भेजे गए निमंत्रण पत्र में प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह भारत ऑफ भारत किए जाने से विपक्षी दलों की ओर से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। कांग्रेस की ओर से जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा कि तो ये खबर वाकई सच है. राष्ट्रपति भवन ने 9 सितंबर को जी20 रात्रिभोज के लिए सामान्य ‘भारत के राष्ट्रपति’ के बजाय ‘भारत के राष्ट्रपति’ के नाम पर निमंत्रण भेजा है। अब, संविधान में अनुच्छेद 1 पढ़ सकता है: “भारत, जो भारत था, राज्यों का एक संघ होगा।” लेकिन अब इस “राज्यों के संघ” पर भी हमला हो रहा है। जिस पर मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने उनके ट्वीट को रिट्वीट कर उन्हें करारा जवाब दिया। बिस्वा ने अपने ट्वीट में कहा कि “अब मेरी आशंका सच साबित हो गई है। ऐसा लगता है कि कांग्रेस पार्टी को भारत के प्रति सख्त नफरत है। ऐसा प्रतीत होता है कि ‘आई.एन.डी.आई. गठबंधन’ नाम जानबूझकर भारत को हराने के उद्देश्य से चुना गया था।”

जी-20 के निमंत्रण पत्र में प्रेसिडेंट ऑफ भारत किए जाने को लेकर विवादों का बजाार गरम हो चुका है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस पर बयान जारी कहा कि अगर कल हम अपने गठबंधन का नाम इंडिया की जगह भारत कर देंगे, तो क्या ये लोग अपने देश का नाम ही बदल देंगे। उधर, बीजेपी सांसद हरनाथ सिंह यादव ने कहा कि इस समय पूरा देश मांग कर रहा है कि इंडिया की जगह भारत नाम हो। इंडिया नाम अंग्रेजों की दी हुई गाली है। ऑक्सफोर्ड ने अपनी डिक्शनरी में इंडिया को एक गरीब और अनपढ़ देश के रूप में रेखांकित किया है। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान में भी इसे लेकर बदलाव होना चाहिए और उमसें भारत शब्द जोड़ा जाना चाहिए। यह हमारी संस्कृति को दर्शाता है।

उधर, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुम चघु ने कहा कि विपक्ष को इंडिया शब्द बोलने में दिक्कत क्यों हो रही है। पुरात्व काल में हमारे देश का नाम भारत था और हम लोग इसे इसी नाम से जानते हैं। बता दें कि भारत बनाम इंडिया को लेकर राजनीतिक लड़ाई तब तेज हुई थी, जब कर्नाटक में हुई बैठक में विपक्षी दलों ने अपना नाम यूपीए से इंडिया कर लिया था। बहरहाल, अब यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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