नई दिल्ली। हरियाणा में स्थानीय निकाय चुनाव कराने को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में भाजपा की राज्यस्तरीय बैठक को लेकर शनिवार(28 अगस्त) को कई प्रदर्शनकारी किसानों ने सड़क जाम करने की स्थिति बना दी थी। यहां स्थिति इस तरह की बनी कि किसानों ने उग्र रूप धारण कर लिया और पुलिस पर हथियार से वार करने लगे। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें किसान उग्र रुप में देखे गए। वहीं इसको लेकर पुलिस की तरफ से किसानों को वहां से हटाने के लिए बल प्रयोग किया गया था। इससे अलग करनाल में किसानों को उग्र होता देख उनका ‘सिर फोड़ने’ का आदेश देने वाले SDM आयुष सिन्हा की चारों तरफ से आलोचना हुई। वहीं इस आलोचना के बाद उक्त एसडीएम ने सार्वजनिक माफी भी मांग ली थी। हालांकि अब हरियाणा सरकार ने एसडीएम आयुष सिन्हा का तबादला भी कर दिया गया है। बता दें कि एसडीएम आयुष सिन्हा का ‘सिर फोड़ने’ का आदेश देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर खूब जमकर वायरल हो गया था। जिसको लेकर जनता के बीच में राज्य सरकार के प्रति खराब संदेश जा रहा था।
कस्सी से पुलिस के जवानों पर जानलेवा हमला करता, मासूम और लूटापिटा किसान। pic.twitter.com/QVYtsRMLDR
— Jawahar Yadav (@jawaharyadavbjp) August 28, 2021
इस वीडियो के वायरल होने पर किसान संगठनों समेत कई राजनीतिक दल भी सडीएम आयुष सिन्हा के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। वहीं अब हरियाणा सरकार ने किसानों को लेकर SDM द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा की निंदा की और पूरे मामले की जांच हरियाणा के गृह सचिव को सौंपी थी। जिसके बाद अब बुधवार को गृह सचिव ने करनाल के उपायुक्त से पूरे मामले की रिपोर्ट ली थी। इस रिपोर्ट के आधार पर आयुष सिन्हा का तबादला अतिरिक्त सचिव के तौर पर कर दिया गया।
बता दें कि आयुष सिन्हा 2018 बैच के हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। किसानों पर लाठीचार्ज का हुक्म देने को लेकर वो चर्चा में आ चुके हैं। वहीं उन्होंने माफी भी मांग ली थी लेकिन किसान संगठन बर्खास्तगी पर अड़े हुए थे।