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पीएम मोदी का काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का सपना ले रहा है मूर्त रूप, कुछ ऐसी होगी महादेव की नगरी की भव्यता

वाराणसी। 30 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। जहां उन्होंने वाराणसी-प्रयागराज 6-लेन हाइवे के चौड़ीकरण का लोकार्पण किया। इसके बाद पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट का जायजा लिया। माना जाता है कि ये प्रोजेक्ट पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है। वहीं इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद बाबा विश्वनाथ के दर्शन करना श्रद्धालुओं के लिए बेहद सुगम हो जाएगा। बता दें कि पूरा काशी विश्वनाथ कॉरिडोर परिसर 50 हज़ार वर्ग मीटर में बन रहा है। 2019 में पीएम मोदी ने इस कॉरिडोर की नींव रखी थी। तय सीमा के हिसाब से ये कॉरिडोर 2021 में बन कर तैयार होगा। वहीं काशी विश्वनाथ कॉरिडोर 400 मीटर लंबा, जोकि 50 हजार वर्ग फुट में फैला हुआ है। इसके अलावा इसमें करीब 400 करोड़ का खर्च आएगा। ये परियोजना काशी विश्वनाथ कॉरिडोर गंगा तट से लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर तक है। इसकी दूरी लगभग 400 मीटर है। ये गंगा नदी के ललिता घाट से काशी विश्वनाथ मंदिर सीधे जुड़ रहा है।

इस कॉरिडोर में खास बात ये है कि इसमें लगभग 60 प्राचीन मंदिर संरक्षित रखे गए हैं। इन मंदिरों को नहीं हटाया गया है। ये मंदिर ही काशी की भव्यता को बयां करते हैं। बता दें कि इस कॉरिडोर के लिए 360 भवन हटाए गए जिसकी वजह से प्राचीन मंदिर तक अब श्रद्धालु पहुंच सकते हैं। वहीं प्राचीन मंदिरों को पूरी तरह सुरक्षित रखा गया है।

लोग काशी विश्वनाथ मंदिर की चारों तरफ से परिक्रमा कर सकें इसके लिए कॉरिडोर में मंदिर के चारों तरफ़ एक परिक्रमा मार्ग बनाने का प्रावधान रखा गया है, जिसका निर्माण कार्य प्रगति पर है। वहीं इस कॉरिडोर  के तहत गंगा घाट से मंदिर में प्रवेश करने के लिये एक बड़ा गेट बनाया जा रहा है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर परिसर में मंदिर चौक बन रहा है।

आपको बता दें कि कुल 24 बिल्डिंग मंदिर के चारों तरह बनाई जा रही है। इसमें 3 यात्री सुविधा केन्द, पुजारियों के रहने के लिए आवास, गेस्ट हाउस, वाराणसी गैलरी, पर्यटक सुविधा केन्द्र, Emporium, छोटे छोटे स्टॉल, आश्रम, वैदिक केन्द्र, सिटी म्यूज़ियम, मुमुक्ष भवन भी बन रहा है।

ये तो तय हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर की तस्वीर पूरी तरह से बदल जाएगी। इस कॉरिडोर समेत पूरे प्रोजेक्ट के लिए बड़े ही जोर-शोर से तैयारियां चल रही है।

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