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CM Arvind Kejriwal Reacts On ED Summon: चौथी दफा भी पेश नहीं हुए केजरीवाल, ईडी के समन को किया इग्नोर, बीजेपी पर जमकर साधा निशाना

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर से नई शराब नीती मामले में ईडी की ओर से भेजे गए समन को इग्नोर कर दिया है। केजरीवाल को यह चौथा समन भेजा गया था। कानूनी विश्लेषकों की मानें तो चार बार लगातार किसी भी समन को नजरअंदाज किए जाने के बाद आरोपी को गिरफ्तार गैर-जमानती वारंट के साथ गिरफ्तार किया जा सकता है। वहीं, अब केजरीवाल ने चौथे समन को नजरअंदाज कर दिया है, तो ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या अब उनकी गिरफ्तारी होगी? बता दें कि अगर उनकी गिरफ्तारी होती है, तो इस मामले में ये चौथी गिरफ्तारी होगी। इस मामले में आप के तीन नेता पहले से ही सलाखों की हवा खा रहे हैं, जिसमें पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और आप सांसद संजय सिंह का नाम शामिल है।

हालांकि, संजय की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी ने पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि अब अगला नंबर केजरीवाल का है, जिसके बाद ईडी की ओर से सीएम केजरीवाल को समन भेज दिया गया था, लेकिन अब तक वो कई समन को नजरअंदाज कर चुके हैं। वहीं, अब चौथे समन को नजरअंदाज करने के बाद केजरीवाल की ओर से क्या प्रतिक्रिया सामने आई है। आइए , आगे आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं। आपको बता दें कि सीएम केजरीवाल ने इस संदर्भ में दी गई अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि, ‘यह गैर-कानूनी समन है। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी मुझे गिरफ्तार करके अपने पक्ष में सियासी माहौल पैदा करना चाहती है, लेकिन मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि बीजेपी को इससे कोई फायदा नहीं होने वाला है’।

इस बीच केजरीवाल ने ईडी की जांच पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि, ‘दो साल से इस पूरे मामले की जांच हो रही है, लेकिन विडंबना देखिए कि अभी तक कुछ भी हासिल नहीं हुआ है। सिर्फ और सिर्फ एक विशेष पार्टी के विशेष नेताओं को ही निशाना बनाया जा रहा है, जो कि किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है।’ आप संयोजक ने आगे कहा कि, ‘ईडी ने मुझे चौथा समन भेजा और कहा कि आप 17 जनवरी या 18 जनवरी में से किसी भी एक तारीख पर आ जाइए। ये चारों नोटिस पूरी तरह से अवैध है, जिनका कोई औचित्य नहीं बनता है’।

केजरीवाल ने आगे कहा कि एक राजनीतिक साजिश के तहत मुझे और मेरी पार्टी के नेताओं को फंसाने की कोशिश की जा रही है। ईडी केंद्र सरकार की कठपुतली की तरह काम कर रही है। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी विपक्ष के नेताओं के आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है।’ केजरीवाल ने आगे कहा कि, ‘अदालत लगातार ईडी से सवाल कर रही है कि आपको अब तक इस मामले की जांच के दौरान क्या कुछ हासिल हुआ है, लेकिन फिलहाल ईडी कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है’। मुख्यमंत्री ने आगे बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बीजेपी लगातार घूम घूम कर कह रही है कि ईडी कुछ ही दिनों में केजरीवाल को गिरफ्तार कर लेगी। अब मैं यह पूछना चाहता हूं कि बीजेपी को कैसे पता कि ईडी केजरीवाल को गिरफ्तार कर सकती है। क्या बीजेपी ईडी से मिली हुई है, लेकिन बीजेपी के पास इसका कोई जवाब नहीं है। बहरहाल…तो कुल मिलाकर नई आबाकारी नीति मामले को लेकर सियासत जमकर हो रही है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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