नई दिल्ली। हरियाणा की लोहारू विधानसभा सीट पर इस बार की चुनावी लड़ाई ने रोचक मोड़ लिया है। आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल का संबंध इस क्षेत्र से है, क्योंकि वह लोहारू विधानसभा क्षेत्र के एक गांव के रहने वाले हैं। हालांकि, इस चुनाव में उनकी पार्टी के उम्मीदवार गीता बाला ने मात्र 255 वोट लेकर पांचवें स्थान पर रहते हुए अपनी स्थिति को मजबूत नहीं कर सकी। इस सीट पर कांटे की टक्कर हुई, जहां कांग्रेस के राजवीर फरटिया ने महज 627 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। उन्होंने बीजेपी के जयप्रकाश दलाल को शिकस्त दी। मतगणना के शुरुआती दौर में चार राउंड तक जयप्रकाश दलाल बढ़त बनाए रहे, लेकिन समय के साथ वह पीछे होते चले गए। हालांकि, दोपहर बाद उनकी वोट प्रतिशत में कुछ इजाफा हुआ, लेकिन यह इजाफा उन्हें जीत नहीं दिला सका।
AAP trails at 4th place in Loharu Constituency in Haryana. AAP supremo Kejriwal hails from a village in Loharu constituency! pic.twitter.com/sUF1RIFyxX
— Rahul Shivshankar (@RShivshankar) October 8, 2024
लोहारू विधानसभा सीट पर मुकाबले को रोमांचक बनाने के लिए जेजेपी ने अलका आर्य को मैदान में उतारा था। इनेलो के भूप सिंह श्योराण भी इस चुनाव में शामिल हुए, लेकिन मुख्य लड़ाई कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही रही। यह सीट 1965 में परिसीमन के दौरान अस्तित्व में आई थी और तब से कांग्रेस का इस पर प्रभाव बना रहा है। कुल 13 चुनावों में से 5 बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की है, जबकि बाकी 8 बार बीजेपी और इनेलो ने अपनी जीत हासिल की है।
हरियाणा की लोहारू सीट पर AAP चौथे स्थान पर है।AAP सुप्रीमो केजरीवाल लोहारू विधानसभा क्षेत्र के ही एक गांव के रहने वाले हैं!
— Manoj Malayanil मनोज मलयानिल (@mmalayanil) October 8, 2024
2019 में पहली बार बीजेपी ने इस सीट पर जीत हासिल की थी, जब जयप्रकाश दलाल ने इनेलो से यह सीट अपने नाम की थी। इस बार भी मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के उम्मीदवारों के बीच रहा। हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में से लोहारू ने राजनीतिक इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है। हालांकि, इस बार के चुनाव में AAP का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, जिससे स्पष्ट होता है कि क्षेत्र में कांग्रेस और बीजेपी की राजनीतिक पकड़ मजबूत बनी हुई है।