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Independence day 2022: स्वतंत्रता दिवस पर जानिए उन अमर नारे और उनके जन्मदाताओं के बारे में, जिनके दम पर लड़ी गई आजादी की पूरी लड़ाई

नई दिल्ली। देश में आजादी के जश्न की तैयारी पूरे जोरों पर है। हर गली मोहल्ला तिरंगामय हो चुका है। आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है, जिससे देश में हर तरफ देशभक्ति का माहौल बना हुआ है। इस अवसर पर स्कूल, कॉलेज, सरकारी और निजी दफ्तर में स्वतंत्रता दिवस पर क्विज, कविता लेखन, स्वतंत्रता दिवस भाषण और निबंध लेखन जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जा रहे हैं। स्वतंत्रता सेनानियों ने आजादी की लड़ाई के समय कई ऐसे नारे दिए जिसके दम पर सारा देश एकत्रित होकर इस लड़ाई में भारीदार बना। आज इस शुभ अवसर पर हम उन्हीं नारों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आज भी हमारी जुबान पर तो हैं, लेकिन हम उनके जन्मदाताओं का नाम नहीं जानते। तो आइये जानते हैं कौन से देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत ये नारे और उनके लेखक…

1.वंदे मातरम्- ये नारा बंकिमचंद्र चटर्जी द्वारा दिया गया था।

2.सत्यमेव जयते- देशभक्ति से ओत-प्रोत ये स्लोगन पंडित मदनमोहन मालवीय ने दिया था।

3.इंकलाब जिंदाबाद- ये नारा भगत सिंह ने दिया था, जो आज भी युवाओं की पहली पसंद बना हुआ है।

4.तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा- ये नारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा दिया गया था।

5.जय हिंद- इसे नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने दिया था।

6.स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा- यह नारा बाल गंगाधर तिलक द्वारा दिया गया था।

7.सारे जहां से अच्‍छा हिन्‍दोस्‍तां हमारा- इसे अल्‍लामा इकबाल ने दिया था।

8.सरफरोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है, देखना है ज़ोर कितना बाज़ु-ए-क़ातिल में है- दिल में जोश भर देने वाला ये नारा रामप्रसाद बिस्मिल द्वारा दिया गया था।

9.आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे- चंद्र शेखर आजाद द्वारा दिया गया ये नारा अमर है।

10.आराम हराम है- इसे जवाहर लाल नेहरू ने दिया था।

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