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World Water Day 2022: विश्व जल दिवस पर जानें, इसका इतिहास, साल की थीम और कुछ महत्वपूर्ण बातें

World Water Day 2022: बेहद चिंताजनक बात है कि जल धीरे-धीरे हमारे जीवन से लुप्त होता जा रहा है। जल की कमी का संकट केवल भारत में नहीं बल्कि दुनिया के लगभग सभी देशों पर मंडरा रहा है। पानी की कमी से जूझने के बावजूद लोग पानी को बरबाद करने से बाज नहीं आते

नई दिल्ली। हम बचपन से ही पढ़ते और सुनते आए हैं कि ‘जल ही जीवन है।’ ये केवल पढ़ने और सुनने की बात नहीं समझने की भी बात है। जल एक ऐसा दुर्लभ प्राकृतिक संसाधन है जिसके बिना हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते, जल केवल हमारे लिए ही नहीं, बल्कि संपूर्ण पृथ्वी पर जीवन के लिए भी बेहद जरूरी संसाधन है। लेकिन बेहद चिंताजनक बात है कि जल धीरे-धीरे हमारे जीवन से लुप्त होता जा रहा है। जल की कमी का संकट केवल भारत में नहीं बल्कि दुनिया के लगभग सभी देशों पर मंडरा रहा है। पानी की कमी से जूझने के बावजूद लोग पानी को बरबाद करने से बाज नहीं आते, ऐसे में लोगों को जागरूक करने, जल की उपियोगिता, उसका महत्व, और उसे संरक्षित करने के तरीकों को बताने की मंशा से जल दिवस मनाने की शुरुआत हुई।

विश्व जल दिवस का इतिहास

जल दिवस मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र ने साल 1992 में ब्राजील के ‘रियो द जेनेरियो’ में आयोजित ‘पर्यावरण तथा विकास का संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन’ (UNCED) में की थी। इसके बाद पहला विश्व जल दिवस 22 मार्च 1993 को मनाया गया था।

क्यों मनाते हैं विश्व जल दिवस?

इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण और उसके रखरखाव को लेकर दुनियाभर के लोगों में जागरुकता फैलाना है। सही मायने में जल दिवस पानी के महत्व को जानने, समय रहते जल संरक्षण को लेकर सचेत होने और पानी बचाने का प्रण लेने का दिन है।

विश्व जल दिवस 2022 की थीम

हर साल विश्व जल दिवस एक थीम के साथ मनाया जाता है, जो हर बार अलग होता है। इस साल की थीम है – ‘भूजल: अदृश्य को दृश्यमान बनाना (Groundwater: Making The Invisible Visible)’ जिसे IGRAC यानी ‘इंटरनेशनल ग्राउंडवाटर रिसोर्स अस्सेमेंट सेंटर’ ने प्रस्तावित किया है।

कैसे मनाया जाता है विश्व जल दिवस?

इस मौके पर जल संबंधी तरह-तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होता है। नाटक, कविताओं, भाषण, पोस्टर, तस्वीरों और स्लोगन के माध्यम से लोगों को पानी के महत्व और इसके संरक्षण की आवश्यकता को समझाने की कोशिश की जाती है।

जल संबंधी कुछ महत्वपूर्ण बातें

1. हमारी धरती का तकरीबन तीन चौथाई हिस्सा पानी से भरा हुआ है, लेकिन पृथ्वी पर मौजूद पानी के इस विशाल स्त्रोत में से केवल एक- डेढ़ प्रतिशत पानी ही पीने और दैनिक क्रियाकलापों योग्य है।

2.विशेषज्ञों का कहना है कि पूरी दुनिया में वर्तमान में करीब दो अरब लोगों को स्वच्छ पीने योग्य जल उपलब्ध नहीं है, स्वच्छ पेयजल के अभाव में लाखों लोग बीमार हो जाते हैं और जिससे उनकी असमय मृत्यु हो जाती है।

3.एक सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार धरती पर मौजूद पानी की कुल मात्रा में से केवल 3 प्रतिशत पानी ही स्वच्छ बचा है और उसमें से भी करीब दो प्रतिशत पानी पहाड़ों और ध्रुवों पर बर्फ के रूप में जमा है। इसमें से  बचे एक प्रतिशत पानी का इस्तेमाल पेयजल, सिंचाई, कृषि और उद्योगों में इस्तेमाल किया जाता है।

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