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Tamil Nadu: जानिए भाजपा तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में किस पार्टी के साथ कर रही है गठबंधन, कितनी सीटों पर उतारेगी अपने उम्मीदवार

चेन्नई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तमिलनाडु विधानसभा की 20 सीटों के साथ-साथ कन्याकुमारी लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ेगी, जहां सांसद एच. वसंतकुमार के निधन के कारण उपचुनाव होना है। भाजपा और सत्तारूढ़ ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के बीच गठबंधन को लेकर सहमति बन गई है।

भाजपा को पहले 25 से अधिक सीटों की उम्मीद थी, लेकिन एआईएडीएमके पार्टी इस बात पर अड़ी रही कि तमिलनाड़ु में जमीनी स्तर पर भाजपा की ताकत को देखते हुए वह उसे 20 से अधिक सीटें नहीं दे सकती।

भाजपा नेता और कराईकुडी के पूर्व विधायक एच. राजा ने आईएएनएस को बताया, “हम अधिक सीटों के हकदार हैं, लेकिन हमें केवल 20 सीटें मिली हैं। हमारा उद्देश्य इनमें से अधिकतम सीटें जीतना है और विधानसभा चुनाव में एक प्रमुख खिलाड़ी बनकर उभरना है।”

पार्टी कन्याकुमारी लोकसभा सीट पर भी कांग्रेस संग चुनाव लड़ने की भी उम्मीद कर रही है। पार्टी के दिग्गज नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री पोन राधाकृष्णन नौवीं बार इस सीट से चुनाव लड़ेंगे। साल 2019 के आम चुनाव उन्हें कांग्रेस के एच वसंतकुमार से 3 लाख वोटों के अंतर से हार मिली थी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह व्यक्तिगत रूप से कन्याकुमारी लोकसभा चुनाव की देखरेख करेंगे। रविवार सुबह वह यहां पहुंचकर पार्टी कार्यकर्ताओं संग बैठक में भाग लेंगे।

कन्याकुमारी लोकसभा सीट से पोन राधाकृष्णन भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार

भाजपा ने शनिवार को कन्याकुमारी लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री पोन राधाकृष्णन को उम्मीदवार घोषित किया। कांग्रेस सांसद एच वसंत कुमार की बीते वर्ष अगस्त में निधन के बाद यहां चुनाव कराने जरूरी हो गए थे। यहां चुनाव 6 अप्रैल को प्रस्तावित हैं।

भाजपा ने बयान जारी करके कहा कि भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने कन्याकुमारी संसदीय सीट से उपचुनाव के लिए राधाकृष्णन को पार्टी उम्मीदवार चयनित किया है। बयान के अनुसार, “सीईसी ने यह फैसला भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भाग लिया। इसमें केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी और समिति के अन्य सदस्यों ने भाग लिया।”

राधाकृष्णन 2014 के संसदीय चुनाव में कन्याकुमारी से जीते थे और मोदी सरकार में राज्य मंत्री बने थे। वह 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार से हार गए, जिनकी पिछले साल कोविड से मृत्यु हो गई थी।

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