नई दिल्ली। आखिरकार पिछले तीन दिनों से बिहार में चल रही राजनीतिक उठापटक पर आज नीतीश कुमार द्वारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद विराम लग गया। नीतीश कुमार ने 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नीतीश को बधाई दी है। उधर, नीतीश के पाला बदलने पर तेजस्वी यादव के भी सुर बदल गए। कल तक नीतीश को सम्मान देने के मामले में खुद को सबसे आगे बताने वाले तेजस्वी ने नीतीश को सबसे थका हुआ मुख्यमंत्री बता दिया। उन्होंने कहा कि पिछले 17 महीनों में जितना काम हुआ है, उतना आज तक किसी भी सरकार में नहीं हुआ।
कौन हैं सम्राट चौधरी ?
सम्राट चौधरी फिलहाल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। वो कोइरी जाति से आते हैं। वो विधानपरिषद में नेता प्रतिपक्ष भी हैं। सम्राट का नाम बिहार के युवा नेताओं में शुमार है। बता दें कि बिहार में सर्वाधिक संख्या कुर्मी और कोइरी जाति की है। ऐसे में सम्राट चौधरी बीजेपी के लिए अहम हो जाते हैं। वहीं, राजद भी कुर्मी और कोइरी जाति को साधने में जुटी हुई है।
सम्राट चौधरी ने 1990 में राजनीति में कदम रखा था। 1999 में राबड़ी सरकार में वो कृषि मंत्री भी रह चुके हैं। वर्ष 2000 और 2010 में परबत्ता विधानसभा से उन्हें विधायक चुना गया था। इसके बाद 2014 में नगर विकास विभाग के मंत्री बने। फिर 2018 में आरजेडी का दामन छोड़ दिया। इसके बाद वो बीजेपी में शामिल हो गए थे। जिसके बाद वो पंचायती राज मंत्री बने थे। वहीं, अब आगामी लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है।
कौन हैं विजय सिन्हा
उधर, अगर विजय सिन्हा की बात करें, तो फिलहाल वो नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं। इससे पहले वो विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं।
सिन्हा 2010 में लखीसराय विधायक भी रह चुके हैं। इससे पहले 2017 में वो श्रम संसाधन मंत्री भी रह चुके हैं। विजय कुमार सिन्हा की राजनीतिक यात्रा की शुरुआत आरएसएस से हुई थी।