कोलकाता: आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की पीड़िता की मां ने शिक्षक दिवस के अवसर पर एक भावुक पत्र लिखते हुए अपने जीवन के सभी शिक्षकों को धन्यवाद दिया और अपनी बेटी के लिए न्याय की मांग करते हुए समाज से समर्थन की गुहार लगाई है। इस मार्मिक पत्र में उन्होंने अपनी बेटी तिलोत्तमा के संघर्ष, उसके सपनों और उसे मिले शिक्षकों के योगदान को याद किया।
मां ने पत्र में लिखा, “मैं तिलोत्तमा की मां हूं। आज शिक्षक दिवस के मौके पर, मैं अपनी बेटी की ओर से उसके सभी शिक्षकों को सलाम करती हूं। उसका बचपन से ही डॉक्टर बनने का सपना था, और आप सभी उस सपने के पीछे प्रेरक शक्ति थे। हम अभिभावक के रूप में उसके साथ खड़े थे, लेकिन उसने खुद भी कड़ी मेहनत की थी।”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे ऐसा लगता है कि क्योंकि उसे आप जैसे बेहतरीन शिक्षक मिले, वह डॉक्टर बनने का अपना सपना पूरा कर सकी। डिग्री मिलने के बाद वह कहती थी, ‘मां, मुझे पैसे की जरूरत नहीं है, बस मेरे नाम के आगे ढेर सारी डिग्रियां चाहिएं। और मैं इतने सारे मरीजों को ठीक करना चाहती हूं।'”
‘अच्छे लोगों की चुप्पी से अपराधियों का हौसला बढ़ता है’
पीड़िता की मां ने अपने पत्र में मेडिकल कॉलेज के शिक्षकों, डॉक्टरों, और नर्सिंग स्टाफ से अपील की कि यदि उनके पास कोई जानकारी या सबूत हैं, तो उसे जरूर सामने लाएं। उन्होंने लिखा, “एक मां के रूप में मैं आपसे विनम्र अनुरोध करती हूं कि यदि आपके पास कोई जानकारी या सबूत है, तो कृपया इसे सामने लाएं। क्योंकि मुझे लगता है कि अच्छे लोगों की चुप्पी से अपराधियों का हौसला बढ़ता है।” उन्होंने शिक्षक दिवस के अवसर पर मेडिकल सोसायटी और आम लोगों के समर्थन की उम्मीद जताई और अपनी बेटी के लिए न्याय की लड़ाई में सबका साथ मांगा।
डॉक्टर ने पुलिस पर लगाया आरोप
इस मामले में कुछ दिन पहले एक बड़ा खुलासा हुआ, जब उस रात ड्यूटी पर तैनात एक डॉक्टर ने आरोप लगाया कि क्राइम सीन से छेड़छाड़ की गई है। डॉक्टर ने पुलिस पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि मेडिकल वार्ड में एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) का पालन नहीं किया गया था। डॉक्टर ने यह भी मांग की कि पोस्टमार्टम किसी अन्य मेडिकल कॉलेज में किया जाना चाहिए था, लेकिन यह आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ही किया गया, जो संदिग्ध है।