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G-20 Summit: पीएम मोदी के बैकग्राउंड में कोणार्क चक्र, जानें क्या है ये और इसकी अहमियत?

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भारत की अध्यक्षता में दो दिनी जी-20 सम्मेलन का आयोजन हो रहा है, जिसमें विश्व भर के नेता शामिल हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने मोदी पहले सत्र का आगाज अपने संबोधन से किया जिसमें उन्होंने कई सारगर्भित विषयों का जिक्र किया। उन्होंने आर्थिक नीति, विदेश नीति, कोरोना काल के बाद आई आर्थिक परिदृश्य में परिवर्तन को लेकर अपनी बात रखी। इस दौरान पीएम मोदी ने मोरक्को में आए भूकंप में अपनी जान गंवाने लोगों के प्रति भी अपनी संवेदना प्रकट की। इस बीच जी-20 का परिवार अब पहले से भी ज्यादा बड़ा हो चुका है। पहले इस संगठन में महज 20 देश ही शामिल थे , लेकिन अब इसमें अफ्रीकी यूनियन को भी शामिल किया गया है।

इससे संबंधित प्रस्ताव पीएम मोदी ने बैठक में पेश किया जिस पर सभी सदस्य देशों ने अपनी सहमति व्यक्त की। वहीं, प्रधानमंत्री ने बैठक में शिरकत करने वाले नेताओं का गर्मजोशी से स्वागत किया और उनके मंच साझा करते वक्त तस्वीरें भी खिंचवाई । इस दौरान उनके बैकग्राउड में लगी तस्वीर खासा सुर्खियों में रही। लोगों के जेहन में अब उस तस्वीर के बारे में जानने की जिज्ञासा अपने चरम पर पहुंच चुकी है। तो आइए इस रिपोर्ट में उस तस्वीर के बारे में विस्तार से बताते हैं।

बता दें कि पीएम मोदी के बैकग्राउंड में जिस आकार की तस्वीर नजर आ रही है, वो ओडिशा का कोणार्क चक्र है। इसे ओडिशा के राजा नरसिंह देव के शासनकाल में बनाया गया था। 24 तालियों के चक्र वाले इस आकृति का इस्तेमाल राष्ट्रीय ध्वज में भी किया जाता है। इसे भारत के प्राचीन इतिहास का प्रतीक माना जाता है। यह निरंतर बदलते समय के प्रतीक के रूप में भी प्रस्तुत किया जाता है। उधर, जी -20 सम्मेलन में इसके इस्तेमाल ने चर्चाओं के बाजार को गुलजार कर दिया है। ध्यान दें, जी-20 सम्मेलन में भारत के विभिन्न प्रकार के कलाकृतियों को दिखाया गया है।

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