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Nawab Malik vs Sameer Wankhede: “अगर आज बाला साहेब होते तो…”, समीर वानखेड़े की पत्नी ने लिखा CM ठाकरे को पत्र

Bal Thackeray

नई दिल्ली। मुंबई ड्रग केस का भंडाफोड़ के बाद मुंबई एनसीबी के जोनल अधिकारी समीर वानखेड़े कई लोगों के निशाने पर हैं। एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक वानखेड़े परिवार पर हमलावर है। नवाव मलिक ना सिर्फ समीर वानखेड़े बल्कि उनके पिता, बहन, पत्नी और धर्म को लेकर कई तरह के आरोप लगा रहे हैं। सोशल मीडिया पर नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े की बहन, पत्नी और पूर्व पत्नी के फोटो शेयर किये थे जिसको लेकर समीर की बहन और पत्नी ने कड़ी आपत्ति जताते हुए नवाब मलिक के खिलाफ केस दर्ज करवाया है।

‘बाला साहेब ठाकरे और छत्रपति शिवाजी से सीखा कि किसी पर अन्याय करो मत’

दरअसल नवाब मलिक ने समीर वानखड़े पर आरोप लगाते हुए समीर की बहन और पूर्व पत्नी की तस्वीर सोशल मीडिया पर जारी की थी। इस पर अब वानखेड़े परिवार कानूनी कार्रवाई करने का मन बना चुका है। केस भी दर्ज हो चुका है। इस बीच अब समीर वानखेड़े की पत्नी ने उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा है कि माननीय उद्धव जी, बचपन से मराठी आदमी के न्याय हक के लिए लड़ने वाली शिवसेना को देखते हुए मैं एक मराठी लड़की बड़ी हुई। बाला साहेब ठाकरे और छत्रपति शिवाजी से सीखा कि किसी पर अन्याय करो मत, खुद पर अन्याय सहो मत। उसी के मद्देनजर आज मैं अकेले मेरे निजी जीवन पर हमला करने वाले लोगों के खिलाफ मजबूती से खड़ी हूं और लड़ रही हूं।

‘आज बाला साहेब ठाकरे होते तो निश्चित ही ये उन्हें मंजूर नहीं होता’

क्रान्ति रेडकर वानखेड़े ने आगे लिखा कि सोशल मीडिया पर मौजूद लोग सिर्फ मजा देख रहे हैं। मैं एक कलाकार हूं, राजनीति नहीं समझती और मुझे उसमें पड़ना भी नहीं है, हमारा कुछ भी संबंध न होते हुए रोज सुबह हमारी इज्जत उतारी जाती है। शिवसेना के राज में एक महिला की गरिमा के साथ खिलवाड़ हो रहा है, मजाक हो रहा है। क्रांति रेडकर ने अपने पत्र में बाला साहेब का जिक्र करते हुए कहा है कि आज बाला साहेब ठाकरे होते तो निश्चित ही ये उन्हें मंजूर नहीं होता। एक महिला और उसके परिवार पर निजी हमले हो रहे हैं। ये कितने निचले स्तर की राजनीति है। ये उनके विचारों से रोजाना हम तक पहुंच रही है।

समीर वानखेड़े की पत्नी क्रान्ति रेडकर वानखेड़े ने उद्धव ठाकरे को लिखे गये अपने पत्र में आगे कहा कि आज वो (बाला साहेब) नहीं हैं, पर आप हैं, उनकी परछाईं हम आपमें देखते हैं। आप हमारा नेतृत्व कर रहे हैं और मुझे आप पर पूरा विश्वास है कि आप कभी मुझ पर और मेरे परिवार पर अन्याय नहीं होने देंगे। पूरा विश्वास है इसलिए एक मराठी होने के नाते आज आपकी तरफ अपेक्षा से देख रही हूं। आपसे विनती है कि न्याय करें।

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