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Kanpur: पीयूष जैन की फैक्ट्री और आवास से आयकर विभाग के हाथ लगा कुबेर का खजाना, अब तक बरामद हुए 280 करोड़ रूपए

सपा

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी से ताल्लुक रखने वाले लोगों पर जिस तरह से आयकर विभाग का कहर बरप रहा है, उसका आगामी चुनाव पर कैसा असर पड़ता है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन उससे पहले एक खबर सामने आई है। खबर है कि इत्र कारोबारी पीयुष जैन के कानपुर, कन्नौज स्थित फैक्ट्री और घर पर छापेमारी के दौरान जीएसटी इंटेलीजैंस ने कुल 208 करोड़ रूपए बरामद किए हैं। बता दें कि 208 करोड़ रूपए में से 177 करोड़ रूपए तिजौरी, फर्श और दीवारों से भारी नोटों के रूप में बरामद किए गए हैं। इसके अलावा घर के बोरों और अनाज के बोरों से भी कुल 103 करोड़ रूपए बरामद किए गए हैं। आयकर विभाग के अधिकारियों को कारोबारी के घर से नोट को गिनने की मशीन भी मिली है।

कानपुर और कन्नौज स्थित कारोबारी के आवास से नोटों के अलावा भारी मात्रा में सोना भी बरामद हुआ है। अभी तक जांच टीम के किसी भी सदस्य ने इस मामले के संदर्भ में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी है। जांच के कोई भी सदस्य इस मामले में कोई भी आधिकारिक बयानबाजी देने से बच रहे हैं। वहीं सपा के सियासी नुमाइंदे इसे सियासत से प्रेरित बता रहे हैं। बता दें कि अभी तक आयकर विभाग की टीम जांच के दौरान कुल 15 अलमारियों को काट चुकी है। गैस कटर से तिजोरी के ताले भी तोड़े जा चुके हैं। वहीं, पेतृक आवास से अभी तक 103 करोड़ रूपए बरामद किए गए हैं।

ध्यान रहे कि  शुक्रवार शाम करीब चार बजे महानिदेशालय जीएसटी इंटेलीजेंस (डीजीजीआइ) अहमदाबाद की टीम आवास के अंदर कारोबारी के दोनों बेटों प्रत्यूष और प्रियांश, दो पंचों सपा नेता नेम सिंह यादव और अमित दुबे उर्फ अल्टर के साथ घर में दाखिल हुई थी। तब से टीम के सदस्य घर के अंदर ही हैं। फिलहाल तो इस पूरे मामले को लेकर जांच का  सिलसिला जारी है। अब देखना होगा कि आगे चलकर यह पूरा मामला क्या रुख अख्तियार करता है और इस पूरे माजरे की जांच के दौरान क्या सच्चाई निकलकर सामने आती है। इसका आने वाले चुनाव में क्या असर पड़ता है।

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