नई दिल्ली। सरकार सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है। हाल ही में सरकार ने एक करोड़ लोगों को सस्ती बिजली मुहैया कराने के लिए सोलर होम योजना की घोषणा की थी. सरकार का लक्ष्य किसानों को उनके खर्चों को कम करने के लिए सौर ऊर्जा से लाभ पहुंचाना भी है। देश में कई किसान बिजली और डीजल इंजन का उपयोग करके अपने खेतों की सिंचाई करते हैं, जिसमें काफी लागत आती है। सरकार ने किसानों के लिए पीएम कुसुम योजना शुरू की है. पीएम कुसुम योजना के तहत किसानों को सोलर पंप लगाने पर सब्सिडी प्रदान की जाती है। सोलर प्लांट लगाने के लिए किसानों को 4 से 5 एकड़ जमीन की आवश्यकता होती है. इन पंपों के माध्यम से किसान प्रति वर्ष 15 लाख यूनिट तक बिजली पैदा कर सकते हैं और अतिरिक्त बिजली बेचकर आय भी अर्जित कर सकते हैं।
कितनी सब्सिडी प्रदान की जाती है?
पीएम कुसुम योजना के तहत सरकार 45% तक की सब्सिडी प्रदान करती है। उत्तर प्रदेश सरकार पीएम कुसुम योजना के तहत किसानों को 60% तक की सब्सिडी दे रही है। केंद्र सरकार किसानों के लिए पीएम कुसुम योजना चलाती है, जिससे वे अपने खेतों में सोलर पंप लगाकर सिंचाई कर सकते हैं।
बाराबंकी जिले में कुसुम योजना के तहत 1000 से अधिक किसानों को दो, तीन, पांच और सात हॉर्स पावर के सोलर पंप लगाने पर 60% तक की सब्सिडी दी जा रही है. पीएम कुसुम योजना के तहत पूरे राज्य में 54 हजार सोलर पंप लगाने की योजना है और इसके लिए बुकिंग भी शुरू हो चुकी है।
पीएम कुसुम योजना के तहत किसान सोलर पंप के लिए अनुदान के लिए सरकार की वेबसाइट www.agriculture.up.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद किसानों को ₹5000 का ऑनलाइन टोकन लेना होगा. लाभार्थियों का चयन पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा। यदि किसान इस योजना के लिए चयनित नहीं होते हैं, तो उनकी टोकन मनी उनके खातों में वापस कर दी जाएगी। पीएम कुसुम योजना के तहत किसानों को 60% की सब्सिडी मिलती है।