News Room Post

Lalit Jha Sent to Police Custody: संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले ललित झा को इतने दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया

Lalit Jha Sent to Police Custody: संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर दोनों सदनों जारी हंगामे की वजह से अब संसद की कार्यवाही आगामी 18 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई है। इसके अलावा 15 सांसदों को भी शेष शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया था।

नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले ललित झा को अदालत ने सात दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। झा ने बीते गुरुवार को ही दिल्ली पुलिस को सरेंडर कर दिया था। बता दें कि झा ही वो शख्स है, जिसने संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की पूरी पटकथा लिखी थी। वहीं, इस मामले में चार अन्य आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर 14 दिनों की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया था। सभी से पूछताछ का सिलसिला जारी है। अब तक की पूछताछ में सामने आया है कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की पूरी पटकथा आज से 9 माह पहले ही तैयार कर ली गई थी, जिसे गत 13 दिसंबर को जीवंत किया गया। ध्यान दें, यह तारीख भी खास है, क्योंकि इसी दिन आज से 22 साल पहले संसद पर आतंकी हमला हुआ था, लेकिन हमारे जांबाज सैनिकों ने अपने जान की बाजी लगाकर आतंकियों को करारा जवाब दिया था। फिलहाल, पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि इस कुकृत्य में महज ये पांच लोग ही शामिल हैं या इनके अलावा भी कोई है। यह तो जांच का विषय है।

आपको बता दें कि बीते 13 दिसंबर को शीतकालीन सत्र के दौरान कुछ लोग प्रत्यातिश तरीके संसद में दाखिल हो गए। सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि आरोपी लोकसभा स्पीकर की कुर्सी की ओर भागने का प्रयास करते हैं, जिसके बाद सांसद हिम्मत दिखाकर आरोपियों को पकड़कर पहले तो उनकी खूब पिटाई करते हैं और इसके बाद उन्हें पुलिस के हवाले कर देते हैं। वहीं, इस दौरान आरोपी अपनी जेब से कुछ निकालकर छिड़कते हैं, जिससे सांसद एक पल के लिए भयभीत हो जाते हैं।

वहीं, संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर दोनों सदनों जारी हंगामे की वजह से अब संसद की कार्यवाही आगामी 18 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई है। इसके अलावा 15 सांसदों को भी शेष शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया था। उधर, विपक्षी दल लगातार इस मामले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। वहीं, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने इस संदर्भ में सभापति को पत्र लिखकर जांच की मांग की थी। बहरहाल, अब आगामी दिनों में यह पूरा माजरा क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

Exit mobile version