News Room Post

UP के हुनर का कायल हुआ डिफेंस डेलीगेशन, ओडीओपी योजना के उत्‍पादों के आकर्षण में खोए मेहमान, जमकर की तारीफ

up defense delegation

लखनऊ। ….उनके जेहन में कुछ साल पहले के यूपी की बदरंग तस्‍वीरें थीं और आंखों के सामने चमकता नया उत्‍तर प्रदेश…। कोई रोजगार की चर्चा कर रहा था तो कोई बढ़ते व्‍यापार पर । कभी उनके हाथ कारीगरों के तराशे उत्‍पादों पर रुकते तो कभी एमएसएमई के आंकड़ों पर। कौतूहल ऐसा कि ओडीओपी की सफलता का हर नुस्‍खा जैसे अपने दिमाग में संजो लेना चाहते थे…। मंगलवार को डिफेंस डेलीगेशन लोकभवन के मुख्‍य द्वार हाल में पहुंचा तो नजारा कुछ ऐसा ही था।

विभिन्न देशों से आये डिफेन्स डेलीगेशन के सदस्‍यों ने लोकभवन के मुख्‍य द्वार हाल में ओडीओपी के उत्‍पादों को देखा। उन्‍हें करीब से निहारा। उनके बारे में जानकारी ली। उन्‍हें छू कर देखा। डेलीगेशन के सदस्‍य यूपी के कारीगरों के हुनर के कायल हो गए। इस दौरान सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन विभाग के अपर मुख्‍य सचिव नवनीत सहगल खुद उनके साथ मौजूद रहे । अपर मुख्‍य सचिव ने डेलीगेशन के सदस्‍यों को देश की अनूठी ओडीओपी योजना के बारे में विस्‍तार से जानकारी दी। उन्‍होंने बताया कि एक जनपद एक उत्पाद योजना देश में एक अनूठा प्रयास है। योजना के जरिये योगी सरकार प्रदेश के हस्तशिल्पियों, कारीगरों और उद्यमियों को आर्थिक सहायता और मार्केटिंग के साथ कौशल विकास व विश्‍वस्‍तरीय डिजाइनिंग की सहायता और तकनीक उपलब्‍ध करा कर रोजगार और स्‍वरोजगार से जोड़ रही है।

ओडीओपी योजना के उत्‍पादों के कायल मेहमानों ने योगी सरकार के इस प्रयास की जम कर सराहना की। बहराइच की गेहूं के डण्ठल से बनी कलाकृति को देखकर एक सदस्य ने अन्‍य साथियों को बताया कि कुछ साल पहले तक उत्‍तर प्रदेश के चंद उत्‍पादों के बारे में ही लोग जानते थे। प्रतिभा और परिश्रम होने के बावजूद प्रदेश के युवा दरकिनार थे,लेकिन योगी सरकार ने ओडीओपी योजना के जरिये आज बहराइच,सिद्धार्थ नगर सम्भल और श्रावस्ती जैसे छोटे जिलों के उत्पादों को भी अंतरराष्ट्रीय स्‍तर पर पहुंचा दिया है। पीलीभीत की बांसुरी से लेकर एटा के घुंघरू और गोरखपुर के टेराकोटा तक दुनिया के बाजार में देश की शान बढ़ा रहे हैं। जिसके जरिये पूंजीनिवेश और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन की सम्भावनाओं को धरातल पर उतारा जा रहा है।

डेलीगेशन के एक सदस्‍य ने खुशी जाहिर की कि डिजाइन, पैकेजिंग और गुणवत्ता सुधार के जो प्रयास किये जा रहे है, वह निर्यात की दृष्टि से भविष्य में मील का पत्थर साबित होंगे। डिफेंस डेलीगेशन के सदस्‍यों ने ओडीओपी जैसे अनूठे और अभिनव प्रयास को आगे बढ़ाने के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं। करीब एक घंटे तक लोकभवन में रहे मेहमानों ने अपर मुख्‍य सचिव से एमएसएमई और अन्‍य योजनाओं की सफलता की जानकारी भी ली।

Exit mobile version