प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ 3 हत्यारों की गोलियों का शिकार बनकर जान गंवा बैठे। अतीक और अशरफ जब तक जिंदा रहे, उस वक्त तक उनके खिलाफ कोई सबूत सामने नहीं आता था। 15 अप्रैल 2023 की रात जब अतीक और अशरफ की मौत हो गई, तो उसके बाद से हर रोज नए सबूत और बड़े खुलासे लगातार हो रहे हैं। ऐसा ही ताजा खुलासा रंगदारी के रेट को लेकर भी हुआ है। बैंक की ऐसी पर्चियां सामने आई हैं, जिनसे पता चलता है कि अतीक अपने बैंक खाते में लोगों से रंगदारी की रकम जमा कराता था। ये रंगदारी वो चुनाव लड़ने के लिए लेता था। खुलासे के मुताबिक अतीक ने दो रंग की पर्चियां बनवा रखी थीं।
सफेद रंग की पर्ची वो जिसे भेजता था, उसे अतीक के खाते में 3 से 5 लाख रुपए जमा कराने होते थे। वहीं, गुलाबी रंग की पर्ची जिनको मिलती थी, उनको 5 लाख से ज्यादा की रकम अतीक को देनी होती थी। रंगदारी का ये पैसा अतीक सीधे बैंक खाते में लेता था। उसका खाता प्रयागराज के बैंक ऑफ महाराष्ट्र में था। अतीक के इस बैंक खाते का नंबर 60164021028 है। आप ऊपर दी गई बैंक की पर्ची में देख सकते हैं कि साढ़े 3 लाख रुपए इसी खाते में अतीक के नाम पर जमा कराए गए थे।
खुलासा ये हुआ है कि चुनाव लड़ने के लिए माफिया अतीक खुद का एक भी पैसा खर्च नहीं करता था। चुनाव लड़ने के लिए वो अपनी दबंगई का इस्तेमाल करता। इस दबंगई से वो बिल्डरों और उद्योगपतियों की जेब पर डाका डालता था। अतीक का इतना डर था कि कोई उसके खिलाफ जुबान नहीं खोलता था। अब जबकि अतीक और अशरफ की मौत हो चुकी है। उसका अपराधी बेटा असद भी ढेर किया जा चुका है, तो एक-एक कर सबूत अतीक के खिलाफ सामने आ रहे हैं।