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Bihar: महागठबंधन को करारा झटका, कांग्रेस ने 2024 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने का किया ऐलान, खफा हो गई RJD

नई दिल्ली। अपनी बदहाल हो चुकी स्थिति को दुरूस्त करने के लिए कांग्रेस अपनी तरफ से भरसक प्रयास कर रही है। ऐसा कोई भी मौका पार्टी अपने हाथ से जाने नहीं दे रही है, जो उसके लिए निकट भविष्य में नुकसान का सबब बन जाए। वहीं ऐसे वक्त में जब कुछ माह बाद ही पांच राज्यों में चुनावी बिगुल बजने वाले हैं, तो ऐसे में सभी दलों के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी की सियासी सक्रियता का चरम पर पहुंचना लाजिमी है, लेकिन इस बीच बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने प्रदेश का सियासी पारा गरमा दिया है। उन्होंने अपने बयान में महागठबंधन टूटने की बात कही है। उन्होंने कहा कि  2024 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस 40 सीटों पर अकेले ही लड़ेगी।

उन्होंने महागठंबधन के किसी भी दल से सहयोग की बात को खारिज करते हुए यह भी स्पष्ट कर दिया है कि आगामी दो सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव में पार्टी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए भरसक प्रयास कर रही है। बता दें कि अभी कुछ दिनों बाद ही प्रदेश की दो सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। इन दोनों ही सीटों पर अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए तमाम सियासी दल पूरा दमखम लगा रहे हैं। ऐसे में देखना यह होगा कि उनकी यह कोशिशें कहां तक सफल रहती है। यह उपचुनाव इसलिए भी अहम क्योंकि उपचुनाव के नतीजे सभी दलों के लिए आगे की राह की रूपरेखा तैयार करेंगे जिसको ध्यान में रखते हुए प्रदेश के सभी सियासी प्रेक्षकों की नजर आगामी उपचुनाव पर है, लेकिन इस बीच बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास के बयान ने महागठबंधन के अन्य दलों के नेताओं की सियासी सक्रियता बढ़ा दी है।

वहीं, खबर यह भी कि कांग्रेस प्रभारी के इस बयान के बाद से राजद प्रवक्ता मनोज झा और भक्त चरण दास के बीच सियासी तल्खियां बढ़ गई हैं। आइए, हम आपको बताते हैं पूरा माजरा। राजद प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि चरण दास अब संघी हो गए। वे संघ के इशारे पर काम कर रहे हैं। वहीं, उन्होंने आगे कहा कि हम नहीं जानते हैं कि यह सब क्या और क्यों हो रहा है। हम इतना जानते हैं कि हमने अभी तक गठबंधन नहीं तोड़ा है। बिहार में अभी-भी गठबंधन यथावत बरकरार है, लेकिन अब उनके इस बयान के क्या मायने हैं। यह तो फिलहाल आने वाले चुनाव के बाद ही पता चलेगा।

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