News Room Post

Narendra Giri Death Case: महंत की मौत के बाद का पहला वीडियो आया सामने, फर्श पर दिखा नरेंद्र गिरि का शव, चालू था पंखा

नई दिल्ली। सोमवार शाम को संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए गए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Narendra Giri) की मौत को लेकर एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं। हालांकि जब महंत नरेंद्र गिरि का पोस्टमार्टम हुआ तो रिपोर्ट में दम घुटने से मौत की पुष्टि की गई। नरेंद्र गिरि का पोस्टमार्टम जिन पांच डॉक्टरों के एक पैनल द्वारा किया गया उनमें मोतीलाल नेहरू अस्पताल के दो, जिला अस्पताल के दो और मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा नामित एक डॉक्टर शामिल थे। वहीं अब महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद उस कमरे का वीडियो सामने आया है, जहां नरेंद्र गिरि का शव लटका हुआ मिला था।

बताया जा रहा है कि ये वीडियो उय वक्त का है जब पुलिस कमरे में पहुंची थी। तब महंत नरेंद्र गिरि का मृत शरीर ज़मीन पर पड़ा था और पंखा चलता दिखाई दे रहा है। जिसे लेकर अब कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। सामने आए करीब एक मिनट 45 सेकंड के इस वीडियो में देखा जा सकता है नीचे जमीन पर महंत नरेंद्र गिरि का शव है और उनके पास ही बलबीर गिरि (Balbeer Giri) खड़े थे। इस दौरान कमरे में भी पुलिस मौजूद है। अधिकारी मठ में मौजूद शिष्यों से पूछताछ करते हुए भी दिखाई नजर आ रहे हैं।

कमरे का पंखा किसने चलाया?

वायरल हो रहे वीडियो में कमरे का पंखा चलता दिख रहा है। पंखे की रॉड जिसमें फंसी होती है उसमें पीले रंग की रस्सी का एक हिस्सा भी फंसा दिख रहा है जिसमें महंत का शव लटका मिला था। वहीं फर्श पर मृत पड़े महंत के गले में भी उसी रस्सी का एक टुकड़ा दिख रहा है वीडियो में आईजी केपी सिंह महंत के शिष्यों से पूछताछ कर रहे थे। वो पूछ रहे हैं कि पंखे को किसने चलाया, जिसपर वहां खड़े सुमित ने बताया कि ये उसने ही चलाया था। सुमित का जवाब सुन केपी सिंह कहते हैं शव को तुम्हें नीचे नहीं उतारना चाहिए था।

आनंद गिरि गिरफ्तार, पुलिस कर रही जांच

बता दें कि महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद कमरे में एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था। नोट के आधार पर आनंद गिरि, आद्या तिवारी और अन्य को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इसके साथ ही पुलिस मामले की अलग-अलग एंगल से जांच कर रही है।

UP सरकार ने की CBI जांच की सिफारिश

इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एसआईटी का गठन किया था, लेकिन अब राज्य सरकार ने CBI जांच की सिफारिश की है।

Exit mobile version