सोलापुर। उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के साथ मंच साझा करने के एक दिन बाद ही महाराष्ट्र बीजेपी के वरिष्ठ नेता और देवेंद्र फडणवीस सरकार में मंत्री गिरीश महाजन ने बड़ा सियासी बम फोड़ा। गिरीश महाजन ने रविवार को सोलापुर में मीडिया से बातचीत के दौरान दावा किया कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना-यूबीटी के कई सांसद और विधायक उनके संपर्क में हैं। उनका कहना था कि इन नेताओं को अब उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में भरोसा नहीं है। गिरीश महाजन ने कहा कि अगर आपको मेरी बात का यकीन नहीं है, तो जल्दी ही खुद अपनी आंखों से आप देखेंगे। गिरीश महाजन के इस दावे से निश्चित तौर पर उद्धव ठाकरे की टेंशन बढ़ सकती है।
गिरीश महाजन ने हिंदी और मराठी मुद्दे पर भी उद्धव ठाकरे के खिलाफ बयान दिया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के स्कूलों में हिंदी लागू करने का उद्धव ठाकरे सरकार ने फैसला किया था। महाजन ने दावा किया कि इस फैसले को उद्धव कैबिनेट ने पास किया और फाइल पर खुद शिवसेना-यूबीटी प्रमुख के दस्तखत हैं। गिरीश महाजन ने उद्धव ठाकरे को पलटी बहादुर बताते हुए कहा कि उनका व्यवहार अपरिपक्व है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने साथ ही कहा कि उद्धव ठाकरे ने सीएम बनने की चाहत में अपने पिता बाला साहेब ठाकरे की विचारधारा से समझौता किया। गिरीश महाजन ने कहा कि उद्धव ने अपना राजनीतिक भविष्य खुद बर्बाद किया।
उद्धव ठाकरे की शिवसेना-यूबीटी के विधायकों और सांसदों के टूटने की अटकलें फरवरी 2025 में भी लगी थीं। तब चर्चा थी कि लोकसभा के 6 सांसद एकनाथ शिंदे की शिवसेना में जा सकते हैं। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ। इस बार गिरीश महाजन ने कहा है कि उद्धव की पार्टी के सांसद और विधायक उनसे संपर्क में हैं। उद्धव की पार्टी शिवसेना-यूबीटी के लोकसभा में 9 सांसद हैं। वहीं, राज्यसभा में उद्धव की पार्टी के 2 सांसद संजय राउत और प्रियंका चतुर्वेदी हैं। महाराष्ट्र विधानसभा की बात करें, तो वहां उद्धव की शिवसेना-यूबीटी के 20 विधायक हैं। जो विपक्षी दलों में सबसे ज्यादा हैं।