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Mahua Moitra Reaction After Expelled From Parliament: संसद सदस्यता छीने जाने पर तिलमिलाई महुआ मोइत्रा, एथिक्स कमेटी पर निकाली अपनी भड़ास

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नई दिल्ली। एथिक्स कमेटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर आज संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द कर दी गई। लोकसभा स्पीकर ने खुद महुआ पर लगे आरोपों को गंभीर बताकर जांच रिपोर्ट के आधार पर उनकी संसद सदस्यता रद्द कर दी गई है। स्पीकर ने इस प्रकरण पर चर्चा के लिए 30 मिनट का समय दिया था, जिसका कांग्रेस ने विरोध किया था। वहीं, लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने आधे घंटे को अपर्याप्त बताकर दो से तीन दिन का समय देने की मांग की जिसका लोकसभा स्पीकर ने विरोध किया। वहीं, आधे घंटे की चर्चा के बाद महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया है। जिसके बाद उन्होंने अपनी पहली प्रतिक्रिया में क्या कहा है। आइए, आगे आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

संसद से निष्काषित किए जाने के बाद महुआ ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि, ‘”…अगर इस मोदी सरकार ने सोचा कि मुझे चुप कराकर वे अडानी मुद्दे को खत्म कर देंगे, मैं आपको यह बता दूं कि इस कंगारू कोर्ट ने पूरे भारत को केवल यह दिखाया है कि आपने जो जल्दबाजी और उचित प्रक्रिया का दुरुपयोग किया।

वहीं, महुआ ने आगे कहा कि, ‘”एथिक्स कमेटी के पास निष्कासित करने का कोई अधिकार नहीं है…यह आपके (बीजेपी) अंत की शुरुआत है।” उधऱ, आप नीचे लगे वीडियो में भी आप सुन सकते हैं कि आखिर संसद सदस्यता छीने पर महुआ ने क्या कहा ?

उधऱ, महुआ के निष्कासन के बाद पूरा विपक्ष एकजुट हो चुका है। टीएमसी सांसद की संसद सदस्यता छीने के बाद सभी विपक्षियों ने सदन की कार्यवाही से वॉकआउट कर लिया है। वहीं, पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्य़क्ष सुकांत मजूमदार ने महुआ के निष्कासन पर कहा कि उन पर जिस तरह के आरोप लगे हैं, उसे ध्यान में रखते हुए उनके खिलाफ बिल्कुल उचित कार्रवाई की गई है।

जानिए पूरा माजरा

आपको बता दें कि बीते दिनों गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर महुआ मोइत्रा पर व्यापारी दर्शन हीरानंदानी से पैसे लेकर उनके हित में सवाल पूछने का आरोप लगाया था, जिसका महुआ ने विरोध किया था। इस आरोप के बाद महुआ ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा था कि मेरे ऊपर लगाए जा रहे आरोप पूरी तरह से बेबुनियादी हैं, जिनमें बिल्कुल भी सत्यता नहीं है, लेकिन मैं हर प्रकार की जांच का सामना करने के लिए तैयार हूं। इतना ही नहीं, महुआ ने यह भी कहा था कि अदानी को निशाने पर लेने की वजह से बीजेपी लगातार उनके खिलाफ साजिश रच रही है। इसके बाद पूरा मामला एथिक्स कमेटी के पास पहुंचा, जिसमें महुआ को दोषी पाया गया, जिसके बाद संसद में आधे घंटे की चर्चा के बाद टीएमसी सांसद को सदन से निष्कासित कर दिया गया है।

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