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Mann Ki Baat: मोदी सरकार के 7 साल पर PM बोले- देश के अनेक पुराने विवाद पूरी शांति और सौहार्द से सुलझाए गए

नई दिल्ली। हर महीने के अंतिम रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित करते हैं। इसी क्रम में 30 मई, रविवार को भी पीएम मोदी सुबह 11 बजे से देशवासियों को संबोधित कर रहें हैं। बता दें कि आज पीएम मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम का 77वां संबोधन है। बता दें कि इस कार्यक्रम के हिंदी प्रसारण के तुरंत बाद इसे क्षेत्रीय भाषाओं में भी प्रसारित किया जाएगा। क्षेत्रीय भाषा के संस्करणों को शाम 8 बजे रिपीट किया जाएगा। मालूम हो कि इससे पहले पीएम मोदी ने 25 अप्रैल को मन की बात कार्यक्रम में देश को संबोधित किया था। उस दौरान उन्होंने कहा था कि, भारत सरकार की तरफ से मुफ्त वैक्सीन का जो कार्यक्रम अभी चल रहा है, वो आगे भी चलता रहेगा।

Live: पीएम मोदी के मन की बात की प्रमुख बातें..

इन 7 सालों में हमने साथ मिलकर ही कई कठिन परीक्षाएं भी दी हैं और हर बार हम सभी मजबूत होकर निकले हैं। कोरोना महामारी के रूप में, इतनी बड़ी परीक्षा तो लगातार चल रही है। इस वैश्विक महामारी के बीच भारत, ‘सेवा और सहयोग’ के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है

इन 7 सालों में हमने साथ मिलकर ही कई कठिन परीक्षाएं भी दी हैं और हर बार हम सभी मजबूत होकर निकले हैं। कोरोना महामारी के रूप में, इतनी बड़ी परीक्षा तो लगातार चल रही है। इस वैश्विक महामारी के बीच भारत, ‘सेवा और सहयोग’ के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है।

इन 7 सालों में भारत ने Digital लेनदेन में दुनिया को नई दिशा दिखाने का काम किया है। हम record satellite भी प्रक्षेपित कर रहे हैं और record सड़कें भी बना रहे हैं।

एक नया विश्वास देश में आयुष्मान योजना से भी आया है। जब कोई गरीब मुफ्त इलाज से स्वस्थ होकर घर आता है तो उसे लगता है कि उसे नया जीवन मिला है।

आजादी के बाद 7 दशकों में हमारे देश के केवल साढ़े तीन करोड़ ग्रामीण घरों में ही पानी के connection थे। लेकिन पिछले 21 महीनों में ही साढ़े चार करोड़ घरों को साफ पानी के connection दिए गए हैं।

एक आदिवासी इलाके से कुछ साथियों ने मुझे एक संदेश भेजा था कि सड़क बनने के बाद पहली बार उन्हें ऐसा लगा कि वो भी बाकी दुनिया से जुड़ गए हैं। ऐसे ही कहीं कोई बैंक खाता खुलने की ख़ुशी साझा करता है। इन 7 सालों में आप सबकी ऐसी करोड़ों खुशियों में, मैं शामिल हुआ हूं।

मुझे कितने ही देशवासियों के संदेश, उनके पत्र देश के कोने-कोने से मिलते हैं। कितने ही लोग देश को धन्यवाद देते हैं कि 70 साल बाद उनके गांव में पहली बार बिजली पहुंची है। कितने ही लोग कहते हैं कि हमारा भी गाँव अब पक्की सड़क से, शहर से जुड़ गया है।

इन 7 वर्षों में जो कुछ भी उपलब्धि रही है, वो देश की रही है, देशवासियों की रही है। कितने ही राष्ट्रीय गौरव के क्षण हमने इन वर्षों में साथ मिलकर अनुभव किए हैं।

आज 30 मई को हम ‘मन की बात’ कर रहे हैं और संयोग से ये सरकार के 7 साल पूरे होने का भी समय है। इन वर्षों में देश ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मंत्र पर चला है।

कितने ही Frontline workers, sample collection के काम में लगे हुए हैं। संक्रमित मरीजों के बीच जाना, उनका sample लेना, ये कितनी सेवा का काम है।

कोरोना की शुरुआत में देश में सिर्फ एक ही testing lab थी, लेकिन आज ढाई हजार से ज्यादा labs काम कर रही हैं। शुरू में कुछ सौ test एक दिन में हो पाते थे, अब 20 लाख से ज्यादा test एक दिन में हो रहे हैं।

केंद्र, राज्य सरकारें और स्थानीय प्रशासन सभी एक साथ मिलकर इस आपदा के सामने करने में जुटे हैं। मैं उन सभी लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अपने करीबियों को खोया है।

विपदा की इस कठिन और असाधारण परिस्थिति में cyclone से प्रभावित हुए सभी राज्यों के लोगों ने जिस प्रकार से साहस का परिचय दिया है। उसके लिए मैं आदरपूर्वक सभी नागरिकों की सराहना करना चाहता हूं।

उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि, “अभी अभी पिछले 10 दिनों में ही देश ने फिर 2 बड़े cyclone ‘ताऊ-ते’ और पूर्वी coast पर cyclone यास। देश और देश की जनता इनसे पूरी ताकत से लड़ी और कम से कम जनहानि सुनिश्चित की।”

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