दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच बीजापुर-दंतेवाड़ा सीमा पर मुठभेड़ जारी है। सुरक्षाबलों के मुताबिक इस मुठभेड़ में नक्सलियों को काफी नुकसान हुआ है। खबर लिखे जाने तक 3 नक्सलियों के शव बरामद किए गए थे। इनके पास से हथियार और विस्फोटक बरामद किए गए हैं। इंद्रावती जंगल के इलाके में नक्सलियों के होने की खबर मिली थी। जिसके बाद सीआरपीएफ की कोबरा बटालियनों ने दंतेवाड़ा और बीजापुर डीआरजी के जवानों के साथ मिलकर नक्सलियों को घेरा। जवानों ने जब नक्सलियों को चुनौती दी, तो वे फायरिंग करने लगे। जिसके बाद जवानों ने भी नक्सलियों को फायरिंग कर भरपूर जवाब देना शुरू किया।
दंतेवाड़ा के एसपी गौरव राय के मुताबिक इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। यहां बड़ी तादाद में नक्सली और उनके बड़े नेताओं के होने की संभावना है। ऑपरेशन में 1000 जवानों को लगाया गया है। एसपी के मुताबिक ऑपरेशन खत्म होने के बाद और जानकारी दी जाएगी। बता दें कि सुरक्षाबलों ने नक्सलियों पर शिकंजा कसा हुआ है। नतीजे में छत्तीसगढ़ में इस साल से अब तक 70 से ज्यादा नक्सली मारे गए हैं। अकेले बीजापुर में ही 25 से ज्यादा नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने मौत के मुंह में पहुंचा दिया है। जबकि, 2024 में अलग-अलग मुठभेड़ में 300 नक्सली ढेर किए गए थे।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बीते दिनों छत्तीसगढ़ के दौरे पर गए थे। वहां उन्होंने नक्सलियों से सरेंडर करने का आग्रह भी किया था। अमित शाह ने कहा था कि नक्सली इसी देश के हैं और उनके मारे जाने से किसी को भी खुशी नहीं होती। अमित शाह इससे पहले लगातार ये कहते रहे हैं कि मार्च 2026 तक देश को नक्सल समस्या से मुक्ति दिला दी जाएगी। शाह की तरफ से निर्देश मिलने के बाद देश के तमाम नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षाबलों ने कार्रवाई तेज की। नतीजे में झारखंड, बिहार, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में नक्सली समस्या पर प्रभावी रोक लग सकी है। अब ज्यादातर नक्सली छत्तीसगढ़ के जंगलों में छिपते हैं। जहां सुरक्षाबल आए दिन उनको मार गिराने में सफलता हासिल कर रहे हैं।