नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में जारी मदरसों के सर्वे को लेकर सियासी घमासान देखने को मिल रहा है। इसी बीच राज्यों में हो रहे मदरसों के सर्वे को लेकर दारुल उलूम देवबंद ने समर्थन किया है। दारुल उलूम ने मदरसों के सर्वे का समर्थन करते हुए कहा, सर्वे करना सरकार का हक है और अभी तक सर्वे में कोई भी गड़बड़ी नहीं है। जमीयत-उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, अगर सर्वे करने कोई आता है तो उसकी मदद करनी चाहिए और उसका जवाब देना चाहिए। अभी तक जो हमारे यहां सर्वे करने आए है उनका किरदार सही रहा है किसी भी जगह से कोई गड़बड़ी की खबर सामने नहीं आई है। इसलिए हम उनका स्वागत करते है और सर्वे करने में कोई हर्ज नहीं है।
अरशद मदनी ने मदरसों की जमीन को लेकर भी अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, अगर कोई मदरसा सरकारी जमीन पर बनी हुई है तो वो मदरसा खुद ही आपको गिरा देनी चाहिए। क्योंकि मदरसा और मस्जिद किसी दूसरे की जगह पर नहीं बना सकते है। यानी उन्होंने स्पष्ट किया है कि अगर सर्वे के बाद मदरसे की जमीन को लेकर कानून दिक्कत आती है और सरकार गलत जमीन पर बने मदरसे पर बुलडोजर चलती है तो मदनी के मुताबिक दारुल उलूम उसका विरोध नहीं करेगा।
मदनी ने मदरसा संचालकों से कहा है कि मदरसों में खाने पीने की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए और साफ सफाई होनी चाहिए और खाने-पीने की अच्छी व्यवस्था रखना चाहिए। वहीं यूपी सरकार ने दारुल उलूम के फैसले का स्वागत किया है।
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— ABP News (@ABPNews) September 18, 2022