नई दिल्ली। वक्फ संशोधन कानून को लेकर एक तरफ कुछ मुस्लिम संगठन और कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी पार्टियों का विरोध जारी है तो वहीं दूसरी तरफ बहुत से मौलाना और मुस्लिम समुदाय के कई लोग इसका पक्ष ले रहे हैं। अब अखिल भारतीय मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने वक्फ कानून का समर्थन करते हुए इसके फायदा बताए हैं। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा, वक्फ संशोधन कानून से मुसलमानों को कोई नुकसान नहीं है, बल्कि इससे उनको फायदा है।
<blockquote class=”twitter-tweet” data-media-max-width=”560″><p lang=”hi” dir=”ltr”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> बरेली: अखिल भारतीय मुस्लिम ज़मात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने कहा, "वक्फ संशोधन बिल से मुसलमानों को कोई नुकसान नहीं है बल्कि फायदा है। इससे गरीब मुसलमानों की मदद होगी। वक्फ के पीछे मंशा भी यही थी। लेकिन मंशा के मुताबिक काम नहीं हो रहा था इसलिए… <a href=”https://t.co/iNBKHZ7qL6″>pic.twitter.com/iNBKHZ7qL6</a></p>— ANI_HindiNews (@AHindinews) <a href=”https://twitter.com/AHindinews/status/1910203312575541381?ref_src=twsrc%5Etfw”>April 10, 2025</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
वक्फ की जमीन से होने वाली आमदनी से गरीब, कमजोर, लाचार मुसलमानों की मदद होगी। हमारे बुजुर्गों ने इसी मकसद को लेकर वक्फ बनाया था। लेकिन मंशा के मुताबिक काम नहीं हो रहा था इसलिए वक्फ में संशोधन किया गया। इस संशोधन से भ्रष्टाचार रुकेगा। वक्फ की जमीन पर अस्पताल, स्कूल, कॉलेज, मदरसे, यतीमखाना आदि बनेंगे। गरीब बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दी जाएगी। मौलाना बरेलवी ने कहा कि कुछ सियासी लोग मुसलमानों को डराने और बहकाने में लगे हैं। उनका कहना है कि वक्फ संशोधन कानून से मस्जिदों और मदरसों को खतरा है।
मौलाना बरेलवी ने मुस्लिमों को यकीन दिलाते हुए कहा कि मैं आपसे स्पष्ट करना चाहता हूं कि इस संशोधन बिल में ऐसा कुछ नहीं लिखा है। इससे मदरसों, मस्जिदों, ईदगाहों, दरगाहों, कब्रिस्तानों को कोई खतरा नहीं है। उन्होंने लोगों से पॉलिटिकल लोगों के बहकावे में ना आने और उग्र प्रदर्शन से दूर रहने का आह्वान किया। मौलाना बरेलवी ने कहा कि इससे पहले जब सीएए कानून आया तो इन्हीं सियासी लोगों ने मुस्लिमों को भड़काया कि इससे मुसलमानों की नागरिकता छिन जाएगी, मगर पूरे हिंदुस्तान में किसी भी मुस्लिम की नागरिकता नहीं ली गई। सीएए नागरिकता छीनने का नहीं बल्कि नागरिकता देने का कानून है। मौलाना ने कहा कि कुछ दिनों के बाद जब हकीकत सामने आएगी तो सभी तो पता चल जाएगा कि वक्फ कानून मुसलमानों के पक्ष में है।