नई दिल्ली। भारत के भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी पर अब धीरे-धीरे शिकंजा कसता जा रहा है। बेल्जियम में मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी के बाद भारत में भी उसके खिलाफ एक्शन तेज हो गया है। मुंबई की एक अदालत ने मेहुल चोकसी की संपत्तियों को नीलाम करने की इजाजत दे दी है। 2,565 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की संपत्तियों को बेचकर प्राप्त राशि को प्रभावित बैंकों के नाम पर एफडी के रूप में रखा जाएगा जिससे पीड़ितों को उनकी धनराशि लौटाई जा सके। मेहुल चोकसी की कई संपत्तियों के बाहर दीवारों पर ईडी, सीबीआई और तमाम बैंकों के नोटिस चस्पा हैं।
ईडी ने 2018 में मेहुल चोकसी और उसकी कंपनी गीतांजलि जेम्स लिमिटेड की 41 संपत्तियों को जब्त किया था। मेहुल चोकसी की कंपनी से जुड़ी संपत्तियों को बेचकर अभी तक 125 करोड़ रुपये की राशि पीड़ितों को वापस की जा चुकी है। चोकसी की अभी तक जिन संपत्तियों को जब्त किया जा चुका है उनमें मुंबई में 15 फ्लैट्स और 17 आफिस, अलीबाग में 4 एकड़ का एक फार्म हाउस, मुंबई के बोरीवली (पूर्व) और सांताक्रूज (पूर्व) क्षेत्रों में फ्लैट्स, सांताक्रूज़ इलेक्ट्रॉनिक्स एक्सपोर्ट प्रोसेसिंग ज़ोन में दो कारखाने और गोदाम, पनवेल, नासिक, नागपुर और तमिलनाडु के विलुपुरम में 231 एकड़ भूमि, कोलकाता में एक शॉपिंग मॉल, हैदराबाद के रंगा रेड्डी जिले में 170 एकड़ पार्क शामिल हैं।
बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक से 13500 करोड़ की धोखाधड़ी करके चोकसी भारत छोड़कर भाग गया था। हाल ही में उसे बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद उसके भारत प्रत्यर्पण को लेकर भी उम्मीद जगी है। एक दिन पहले ही भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने भी कहा था हम मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए बेल्जियम के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि उसे जल्द से जल्द भारत लाया जा सके।