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चीन का बॉयकॉट करने का एक नायाब तरीका, वाराणसी में रेशमी तिरंगा बनारसी साड़ियों पर भारत का नक्शा दे रही संदेश

देश में चीनी सामान के बॉयकॉट (Boycott Chinese Goods) की मुहीम जारी है। ऐसे में बनारस (Banaras) में नायब तरीका निकला गया है।

नई दिल्ली। देश में चीनी सामान के बॉयकॉट (Boycott Chinese Goods) की मुहीम जारी है। ऐसे में बनारस (Banaras) में नायब तरीका निकला गया है। दरअसल, स्वतंत्र दिवस (Independence Day) के मौके पर दुकानों पर आई रेशमी तिरंगे वाली साड़ियों (Silk Tricolor Banarasi Saree) पर न केवल भारत के नक्शा वाली डिजाइन है, बल्कि बॉयकॉट चाइना का भी संदेश उकेरा गया है। जो बेहद डिमांड में है।


बनारसी साड़ी पर लिखा बॉयकॉट चाइना

74वें स्वतंत्रता दिवस पर इस बार महिलाएं खास तैयारी में जुटी हैं, क्योंकि उन्हें बाजार में रेशमी तिरंगे धागों वाली बनारसी साड़ी मिल रही है। इस पर न केवल भारत का नक्शा बल्कि जय हिंद-जय भारत भी लिखा है। बॉयकॉट चाइना लिखी साड़ी भी रेशमी तिरंगे धागों से बुनी हुई है।

साड़ी विक्रेता सर्वेश के मुताबिक बनारसी साड़ी पारंपरिक रूप से बनती चली आ रही है, लेकिन उनकी सोच है कि समसायिक घटनाओं को भी बनारसी साड़ी से जोड़ा जाए। इसी सोच के साथ तिरंगे की साड़ी में भगवा रंग के आंचल पर भारत का नक्शा बनवाकर जय हिंद-जय भारत बुनकरों ने उकेरा है।

कमाई का कुछ हिस्सा डोनेट होगा पीएम केयर्स फंड में

सर्वेश के मुताबिक दोनों ही साड़ियों में भारतीय कतान, भारतीय टिसू और गोल्डन जरी लगी हुई है। यह साड़ी पूरी तरह से हथकरघा पर लगभग एक महीने की मेहनत के बाद बुनकरों ने तैयार की है। उन्होंने बताया कि वैसे तो इन साड़ियों को कीमत से नहीं आका जा सकता, लेकिन इनकी लागत लगभग 10 हजार रुपया पड़ी है। इन साड़ियों से कमाई का कुछ हिस्सा पीएम केयर्स फंड या कोरोना वॉरियर्स के लिए भी डोनेट किया जाएगा।

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