तिरुपति। आंध्र प्रदेश के तिरुमला स्थित भगवान वेंकटेश्वर के लड्डू प्रसादम में जानवरों की चर्बी और फिश ऑयल होने का मामला सामने आने के बाद माहौल गर्माया हुआ है। संतों और विश्व हिंदू परिषद के अलावा लोग भी सोशल मीडिया के जरिए नाराजगी जताते हुए तिरुमला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड यानी टीटीडी के दोषियों को कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं। इस मामले में अब केंद्रीय मंत्री शोभा करांदलजे ने सीबीआई जांच की मांग कर दी है। इससे पहले आंध्र प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला ने भी सीबीआई जांच की मांग की थी।
तिरुपति में भगवान वेंकटेश्वर को लड्डू प्रसादम अर्पित किया जाता है। साथ ही भगवान वेंकटेश्वर का दर्शन करने वाले भक्तों को भी लड्डू दिया जाता है। आंध्र प्रदेश के मौजूदा सीएम चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया है कि इससे पहले जब जगनमोहन रेड्डी सीएम थे, उस वक्त ऐसी कंपनियों से लड्डू बनाने का देशी घी खरीदा गया, जिसमें जानवरों की चर्बी और फिश ऑयल था। बताया जा रहा है कि पहले तिरुमला में भगवान वेंकटेश्वर का लड्डू प्रसादम बनाने में नंदिनी घी का इस्तेमाल होता था, लेकिन जगनमोहन रेड्डी के दौर में 375 रुपए किलो का घी खरीदकर टीटीडी ने लड्डू बनवाना शुरू किया था। उधर, इस मामले में गुजरात की कंपनी अमूल ने भी पुलिस से शिकायत की है। दरअसल, सोशल मीडिया में कुछ लोगों ने ये कहा था कि लड्डू प्रसादम के लिए अमूल से भी घी खरीदा गया। जबकि, अमूल का कहना है कि उसने भगवान वेंकटेश्वर का लड्डू प्रसादम तैयार करने के लिए घी सप्लाई नहीं किया था।
इस मामले में पूर्व सीएम और वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी ने सफाई दी है और कहा है कि लड्डू प्रसादम के लिए घी में गड़बड़ी का आरोप चंद्रबाबू नायडू की राजनीतिक साजिश है। जगनमोहन रेड्डी ने इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को चिट्ठी भी लिखी है। वहीं, केंद्र सरकार ने मामले में घी के सैंपल की जांच अब एफएसएसएआई से कराने का फैसला किया है। इससे पहले गुजरात के लैब ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि लड्डू प्रसादम के घी में चर्बी की मिलावट पाई गई है। इस रिपोर्ट पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।