नई दिल्ली। रोज हजारों लोग ओला और उबर की टैक्सी और ऑटो सेवा लेते हैं। इस सेवा में टैक्सी तो ड्राइवर की होती है, लेकिन मिलने वाली रकम का एक हिस्सा उनको ओला और उबर को देना होता है। अब मोदी सरकार अगले कुछ महीने में ओला और उबर जैसी टैक्सी सेवा शुरू करने वाली है। मोदी सरकार की ओला उबर जैसी सेवा से ड्राइवरों को फायदा ही फायदा होने जा रहा है! ओला और उबर जैसी टैक्सी सेवा शुरू करने का एलान केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने संसद में किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की कोशिश से जल्दी ही देश में सहकारिता क्षेत्र की टैक्सी सेवा शुरू की जाएगी।
अमित शाह ने कहा कि सरकार की तरफ से जो टैक्सी सेवा शुरू होगी, उसके तहत लोगों को कार, ऑटो और बाइक चलाने को मिलेगी। ओला उबर जैसी सेवा के जरिए लोगों को लाने-ले जाने में जो रकम हासिल होगी वो पूरी की पूरी ड्राइवर को मिलेगी। अमित शाह ने कहा कि इस टैक्सी सेवा में सरकार ड्राइवर से किसी भी तरह का कमीशन नहीं लेगी। अमित शाह ने कहा कि अब तक ऐसी टैक्सी सेवाओं के जरिए धन्नासेठ कमीशन लेते रहे हैं। जिससे ड्राइवर का हाथ खाली रह जाता है। अमित शाह ने कहा कि अब ऐसा नहीं होगा और एक नई सहकारिता क्रांति की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने संसद को बताया कि जल्दी ही सहकारी बीमा कंपनी भी सरकार लाने जा रही है। वो देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी बनेगी।
ओला और उबर का टैक्सी सेवा के मामले में बाजार पर कब्जा है। जब ओला और उबर की शुरुआत हुई थी, उस वक्त दोनों कंपनियां गाड़ी चलाने वालों से कम कमीशन लेती थीं। अब कमीशन काफी ज्यादा हो गया है। अगर किसी राइड के 200 रुपए बनते हैं, तो ड्राइवर के हाथ में ये पूरा पैसा नहीं आता। उसे हर राइड के लिए ओला और उबर को तयशुदा प्रतिशत में राशि देनी होती है। इससे ड्राइवरों को मुनाफा कम मिलता है। इसे देखते हुए ही मोदी सरकार ड्राइवरों को पूरा फायदा देने की तैयारी में जुटी है। ओला भारत के 250 शहरों और उबर 37 शहरों में सेवा देती है।