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Covid19 Update: कोरोना की ताजा लहर में जान गंवाने वालों की संख्या 100 के पार पहुंची, जानिए भारत में अभी कोविड-19 वायरस के कितने एक्टिव मरीज?

Covid19 Update: कोरोना की ताजा लहर कोविड-19 वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के सब वैरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 के कारण आई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने NB.1.8.1 को वैरिएंट ऑफ मॉनिटरिंग माना है। वहीं, कोरोना वायरस के JN.1 वैरिएंट के मरीज पिछले कुछ साल में ज्यादा थे। JN.1 वैरिएंट में ही म्यूटेशन के बाद दो नए सब वैरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 आए। JN.1 वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में कुछ म्यूटेशन यानी बदलाव देखे गए हैं।

नई दिल्ली। कोरोना यानी कोविड-19 की ताजा लहर के कारण भारत में जान गंवाने वालों की संख्या 109 हो गई है। सबसे ज्यादा मौतें केरल में होने की बात आंकड़े कह रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार सोमवार को 11 और कोरोना मरीजों ने दम तोड़ दिया। इनमें से 7 की मौत केरल में हुई। जबकि, दिल्ली, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में भी कोरोना मरीजों ने जान गंवाई है। मृतकों में ज्यादातर अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित थे। केरल में अभी 1659 एक्टिव केस हैं। गुजरात में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 1248 है। महाराष्ट्र में कोविड-19 के 512 एक्टिव मरीज और दिल्ली में ऐसे मरीजों की संख्या 555 है।

अगर पूरे देश के आंकड़ों को देखें, तो अभी कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 6836 है। जबकि, अब तक 14772 कोविड-19 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। इस तरह देखा जाए, तो कोरोना की ताजा लहर फिलहाल बहुत ज्यादा खतरनाक नहीं लग रही। हालांकि, पहले ये खबर आ चुकी है कि कोविड-19 वायरस के स्पाइक प्रोटीन में बदलाव के कारण ये पहले वैक्सीन लगा चुके लोगों को भी आसानी से अपनी चपेट में ले रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सभी देशों से कहा है कि वे कोविड-19 के मौजूदा सब वैरिएंट पर नजर बनाए रखें। ताकि इसमें हो रहे बदलावों के बारे में पता चल सके। दरअसल, कोविड-19 महामारी के शुरू होने के बाद इस वायरस के डेल्टा वैरिएंट ने दुनियाभर में करीब 5 करोड़ लोगों की जान ली थी।

कोरोना की ताजा लहर कोविड-19 वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के सब वैरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 के कारण आई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने NB.1.8.1 को वैरिएंट ऑफ मॉनिटरिंग माना है। वहीं, कोरोना वायरस के JN.1 वैरिएंट के मरीज पिछले कुछ साल में ज्यादा थे। JN.1 वैरिएंट में ही म्यूटेशन के बाद दो नए सब वैरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 आए। JN.1 वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में कुछ म्यूटेशन यानी बदलाव देखे गए हैं। इसकी वजह से कोरोना वायरस के अन्य वैरिएंट्स की तुलना में NB.1.8.1 और LF.7 सब वैरिएंट अधिक संक्रामक हैं।

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