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Assam Police Action: असम में बाल विवाह करने वालों पर पुलिस का एक्शन, अब तक 800 से ज्यादा गिरफ्तार

असम में इस साल जनवरी में हिमंत बिस्व सरमा की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में बाल विवाह के आरोपियों पर पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई का फैसला लिया गया था। सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने मीडिया को बताया था कि राज्य में 11.7 फीसदी ऐसी महिलाएं हैं, जो कम उम्र में मां बनी हैं।

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गुवाहाटी। असम में पुलिस ने बाल विवाह के आरोपियों के खिलाफ आज तड़के से बड़ी कार्रवाई शुरू की है। असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने इसकी जानकारी ट्वीट कर दी। हिमंत बिस्व सरमा ने बताया है कि बाल विवाह करने वालों पर हुए एक्शन के तहत अब तक 800 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने जानकारी दी है कि अभी और आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है। असम में पहले भी बाल विवाह के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की थी और दर्जनों आरोपियों को गिरफ्तार किया था। अब एक बार फिर असम पुलिस ने इस मामले में एक्शन लिया है।

असम में इस साल जनवरी में हिमंत बिस्व सरमा की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में बाल विवाह के आरोपियों पर पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई का फैसला लिया गया था। कैबिनेट ने असम में शिशु मृत्यु दर और मातृ मृत्यु दर को कम करने और ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विवाह रोकने के लिए सभी 2197 ग्राम पंचायत सचिवों को बाल विवाह रोकथाम अधिकारी के तौर पर नामित किया था। इन अफसरों को जिम्मेदारी दी गई थी कि जहां भी दुल्हन की उम्र 14 साल से कम है या 14 से 18 साल के बीच है, उन मामलों में पॉक्सो और बाल विवाह निषेध कानून 2006 के तहत एफआईआर कराई जाए।

कैबिनेट से बाल विवाह पर रोक के लिए कार्रवाई का आदेश होने के बाद असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने मीडिया को बताया था कि राज्य में 11.7 फीसदी ऐसी महिलाएं हैं, जो कम उम्र में मां बनी हैं। उन्होंने कहा था कि इससे साफ है कि असम में बाल विवाह बड़े पैमाने पर हो रहे हैं। सरमा ने ये भी कहा था कि एक रिपोर्ट की जांच करने से पता चला कि सिर्फ धुबरी जिले में ही 22 फीसदी लड़कियों की कम उम्र में शादी हुई और वो मां बनीं। हिमंत बिस्व सरमा ने इस बुराई पर सख्ती से रोक लगाने की पैरवी की थी।

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