नई दिल्ली। आयकर विभाग ने कांग्रेस नेता धीरज साहू के यहां की गई छापेमारी के संदर्भ में गुरुवार को अपना पहला बयान जारी किया है, जिसमें कहा कि हमने रेड के दौरान 351 करोड़ से भी ज्यादा की अघोषित रकम बरामद की है। इसके अलावा 2 करोड़ 80 लाख से भी ज्यादा के आभूषण जब्त किए। विभाग के मुताबिक, साहू ने 329 करोड़ रूपए की नकदी का बड़ा हिस्सा बोलांगीर जिले के सुदापाड़ा और टिटलागढ़ और संभलपुर जिले के खेतराजपुर और ओडिशा के कई छोटे बड़े इमारतों में रखा था।
आयकर विभाग ने झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के 10 जिलों के 30 परिसरों पर छापेमारी की थी, जहां से विभाग ने भारी मात्रा में कैश की बरामदगी की थी। यही नहीं, आयकर विभाग ने छापेमारी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल सामग्री भी बरामद की। प्रारंभिक छापेमारी के दौरान प्राप्त हुए साक्ष्यों से बेहिसाब नकदी की आवाजाही का पता चलता है। कांग्रेस नेता पर शराब के कारोबारियों से प्राप्त हुए आय को छुपाने का आरोप है, जिसकी जांच अभी आईटी विभाग कर रहा है। फिलहाल, पूरे मामले की जांच जारी है। अब ऐसे में इस पर आगामी दिनों में क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन जिन लोगों को इसके बारे में पता नहीं है। उन लोगों के लिए आगे कि रिपोर्ट में हम एक बार फिर से पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते हैं।
दरअसल, कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू स्थित आवास सुशीला निकेतन पर कई दिनों से आयकर विभाग ने छापेमारी की। जहां से भारी मात्रा में विभाग ने कैश की बरामदगी की। जिसे लेकर बीजेपी ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। वहीं, इस मामले के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने झारखंड कांग्रेस कमेटी से पूरे मामले पर रिपोर्ट तलब की। खुद राहुल ने इस पर नाराजगी जाहिर की।