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Manipur: PM मोदी-शाह को राम-लक्ष्मण बता माता सीता को दिखाया निर्वस्त्र, I.N.D.I.A में शामिल MMK के नेता पर केस करेगी बीजेपी

नई दिल्ली। मणिपुर के वायरल वीडियो को लेकर सियासत थमने का नाम ले रही है। मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में लगातार संग्राम देखने को मिल रहा है। विपक्ष के हंगामे के चलते दोनों सदनों की कार्यवाही को बार-बार स्थगित करना पड़ रहा है। विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A मणिपुर के वायरल वीडियो को लेकर मोदी सरकार को घेर रही है। साथ ही राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से इस्तीफा मांग रही है। इसी बीच I.N.D.I.A में शामिल एमएमके पार्टी ने माता सीता का अपमान किया है। दरअसल भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने अपने ट्विटर हैंडल से एक पोस्ट साझा किया है। जिसमें उन्होंने बताया कि विपक्षी गठबंधन की सहयोगी MMK के पार्टी अध्यक्ष एमएच जवाहिरुल्ला ने एक फोटो शेयर किया है। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भगवान राम और गृहमंत्री अमित शाह को लक्ष्मण बताया है। इतना हीं नहीं दोनों नेताओं के बीच में माता सीता को निर्वस्त्र दिखाया है। अब इस ट्वीट को लेकर भाजपा भड़क गई है।

इसके साथ ही भाजपा नेता गौरव भाटिया ने MMK नेता पर केस करने की बात कही है। भाजपा नेता ने ट्वीट कर लिखा, ”ये पोस्टर देखकर बहुत गहरा दुख हुआ। इनके ख़िलाफ़ कानूनी लड़ाई छेड़ी जाएगी। क्या यही धर्मनिरपेक्षता है? सिर्फ इसलिए कि हम सहिष्णु हैं, इससे I.N.D.I.A को हमारी धार्मिक भावनाओं को बेरहमी से कुचलने का अधिकार नहीं मिल जाता। ऐसा कहा गया है कि जिस व्यक्ति ने हमारे पूजनीय देवताओं का अपमान करते हुए अपमानजनक पोस्टर लगाए, वह राष्ट्रविरोधी ब्रिगेड के गठबंधन सहयोगी MMK के पार्टी अध्यक्ष एमएच जवाहिरुल्ला हैं। वह भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ चले।”

अपने ट्वीट में गौरव भाटिया ने कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे, राहुल गांधी, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी को टैग करते हुए लिखा चुप। वहीं इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स भी कमेंट कर रहे है और अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए MMK नेता के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की मांग कर रहे है।

हालांकि विवाद बढ़ने के बाद MMK प्रमुख ने इस विवादित पोस्टर को हटा दिया और लोगों से आहत पहुंचने के लिए माफी भी मांग ली है।

बता दें कि मणिपुर में 2 महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड निकाली गई थी। वीडियो करीब 3 महीने पुराना था। वीडियो सामने आने के बाद मामले में 7 आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ गृह मंत्रालय ने बड़ा कदम उठाते हुए मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी।

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