नई दिल्ली। केंद्र में जब से मोदी सरकार आई है तभी से एक के बाद एक अहम फैसले लिए जा रहे हैं। तीन तलाक, GST, नोटबंदी,सर्जिकल स्ट्राइक और न जाने कितने ही फैसले सरकार के ऐसे रहे जिन्होंने भारत को आगे बढ़ाने में अहम योगदान दिया। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म कर भी मोदी सरकार ने सभी को चौंका दिया था। सरकार के इस फैसले के बाद अब यहां विकास की गाड़ी रफ्तार पकड़ने लगी है। इसी क्रम में अब श्रीनगर में पहले मॉल की नींव पड़ी है।
बीते दिन रविवार, 19 मार्च को श्रीनगर के सेमपोरा में 250 करोड़ रुपये की लागत वाले मॉल की आधारशिला रखी गई। श्रीनगर में पहले मॉल की नींव पड़ना तो अपने आप में खास है लेकिन प्रत्यक्ष रूप में ये पहला विदेशी निवेश है ऐसे में इसकी अहमियत और बढ़ गई है। श्रीनगर में बनने जा रहा ये मॉल विदेशी पूंजी से बनने वाला प्रदेश का पहला मॉल होगा। बुर्ज खलीफा का निर्माण कराने वाला एमार समूह इसे तैयार करेगा। जम्मू-कश्मीर में एमार समूह की तरफ से 500 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है। इसे अगर जम्मू-कश्मीर के विकास के तौर पर देखा जाए तो ये गलत नहीं होगा।
रविवार (19 मार्च) को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने यहां पहले विदेशी निवेश परियोजना की शुरुआत की। जम्मू-कश्मीर में विकास को लग रहे पंखों को लेकर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि इस मॉल के निर्माण से आर्थिक विकास को तेजी से बढ़ावा मिलेगा। इससे लोगों को रोजगार भी प्राप्त होंगे साथ ही इस मॉल के बनने से भारत और यूएई के बीच संबंध मजबूत होंगे।
कब तक तैयार हो जाएगा मॉल
श्रीनगर के सेमपोरा में बनने जा रहे इस मॉल को 250 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। दस लाख वर्ग फुट क्षेत्र में 500 दुकानों का निर्माण कराया जाएगा और 3 साल बाद यानी 2026 तक इसके निर्माण को पूरा किए जाना है। मॉल के अलावा एमार समूह की ओर से जम्मू व श्रीनगर में डेढ़-डेढ़ सौ करोड़ रुपये की लागत वाले एक-एक आईटी टावर का भी निर्माण भी किया जा रहा है।