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तालिबान पर मुख्तार अब्बास नकवी का पलटवार, कहा- ‘स्कूल जाने पर नहीं काटे जाते लड़कियों के सिर’

नई दिल्ली। अफगानिस्तान में कब्जा जमाए बैठा तालिबान लगातार गिरगिट की तरह अपनी कही गई बातों को बदल रहा है। पहले अफगानिस्तान में वापसी के वक्त तालिबान ने कहा था कि वो अब पहले वाला नहीं है। वो बदल चुका है। महिलाओं और नागरिकों को लेकर जो उनकी सोच थी वो अब बदल चुकी है लेकिन कहते हैं सच पर कितना भी पर्दा डाल लो, एक न एक दिन सच सामने आने लगता ही है। कुछ ऐसा ही तालिबान के साथ हो रहा है। तालिबान के झूठ का रंग अब फीका पड़ने लगा है। पहले तालिबान नेता अनस हक्कानी ने एक इंटरव्यू में कहा था, “कश्मीर हमारे अधिकार क्षेत्र का हिस्सा नहीं है और हस्तक्षेप हमारी नीति के खिलाफ है।” तो वहीं कुछ समय बाद ही एक दूसरे इंटरव्यू में तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा कि, “मुसलमानों के रूप में, हमें कश्मीर, भारत या किसी अन्य देश में मुसलमानों के लिए अपनी आवाज उठाने का भी अधिकार है।” यानी पहले तालिबान कश्मीर को अपने अधिकार क्षेत्र का हिस्सा नहीं बताते हुए हस्तक्षेप न करने की बात करता है तो वहीं अब अपनी ही बात से पलटते हुए ये कहता है कि भारत या किसी अन्य देश में मुसलमानों के लिए अपनी आवाज उठाने का भी अधिकार है।”

तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन के मुसलमानों के लिए अपनी आवाज उठाने का अधिकार वाले बयान पर अब केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने तालिबान को जवाब दिया है। नकवी ने कहा है कि वो (तालिबान) भारत के मुसलमानों को बख्श दें, क्योंकि चरमपंथी अत्याचारों की कोई घटना नहीं होती है। नकवी ने कहा कि देश संविधान से चलता है न कि धर्म से। ”भारत में केवल संविधान का पालन किया जाता है, और यहां की मस्जिदों में नमाजियों को गोलियों और बमों से नहीं मारा जाता है। ना ही स्कूल जाने लड़कियों को रोका जाता है। ना ही स्कूल जाने पर लड़कियों के सिर ,हाथ-पैर काटे जाते हैं।”


हाथ जोड़कर कहता हूं भारत के मुसलमानों को बख्श दें- नकवी

तालिबान को जवाब देते हुए मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, अफगानिस्तान और भारत में अंतर है। दोनों में शासन करने का तरीका भी काफी अलग है। ऐसे में अच्छा यही होगा कि तालिबान भारत के मुसलमानों के बारे में न ही बोले। न्यूज एजेंसी से बात करते हुए नकवी ने कहा, “मैं उनसे (तालिबान से) हाथ जोड़कर अपील करता हूं कि भारत के मुसलमानों को बख्श दें।”

‘स्कूल जाने वाली लड़कियों के नहीं काटे जाते सिर-पैर’

आगे तालिबान को मुंह तोड़ जवाब देते हुए नकवी ने कहा, ”यहां (भारत में) मस्जिदों में नमाज पढ़ने वालों पर गोलियों और बमों से हमला नहीं किया जाता है। यहां लड़कियों को स्कूल जाने से नहीं रोका जाता, उनके सिर-पैर नहीं काटे जाते।” मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, “इस देश की सरकारों का ग्रंथ संविधान है और देश उसी पर चलता है।”

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