News Room Post

मुख्तार पर पोटा लगाने वाले पूर्व DSP ने रोते हुए सुनाई आप बीती, कहा- योगी जी ने कहा था, ‘आउंगा तो करुंगा इंसाफ’

नई दिल्ली। मुख्तार अंसारी को पंजाब से उत्तर प्रदेश लाने का मामला इन दिनों खूब सुर्खियों में है। इतना ही नहीं मुख्तार का नाम आते ही, एक ऐसे अधिकारी का जिक्र जरूर आता है, जिसनें माफिया मुख्तार अंसारी के ऊपर लाइट मशीन गन(LMG) को लेकर पोटा(POTA) लगाया था। बता दें कि मुख्तार अंसारी पर पोटा लगाने वाले अधिकारी का नाम पूर्व DSP शैलेंद्र सिंह है। पूर्व DSP शैलेंद्र सिंह को मुख्तार अंसारी के मामले में राजनीतिक दवाब के चलते मुकदमें भी झेलने पड़े। हालांकि यूपी में सत्ता परिवर्तन के बाद शैलेंद्र सिंह के ऊपर लगे मुकदमों को योगी सरकार ने वापस लेने का फैसला लिया है। जिसको लेकर शैलेंद्र सिंह ने योगी सरकार को धन्यवाद भी दिया है। फिलहाल शैलेंद्र सिंह के चर्चा में आने के बाद तमाम न्यूज चैनलों ने उनका साक्षात्कार लिया है। ऐसे में निजी न्यूज चैनल आज तक को दिए एक इंटरव्यू में शैलेंद्र सिंह ने रोते हुए अपनी आप बीती सुनाई है।

‘मुख्तार पर कार्रवाई के चलते उस वक्त प्रदेश सरकार नाराज थी’

उन्होंने मुख्तार अंसारी पर कार्रवाई करने के बदले में मिले मुकदमों को याद करते हुए शैलेंद्र सिंह ने कहा कि, पिछले कई सालों में जिस हालत में मैं और मेरा परिवार गुजरा है, उसका दर्द कोई और नहीं समझ सकता। उन्होंने कहा कि उस दौर में मुख्तार पर कार्रवाई करने के चलते मुझसे प्रदेश की सरकार काफी नाराज चल रही थी। ऐसे में मैंने दो बार शासन को इस्तीफा भेजा। बदले में मेरे ऊपर मुकदमें लाद दिए गए। उस दौर को याद करते हुए शैलेंद्र सिंह की आंखों में आंसू भी आ गए।

‘मैं जेल में था, योगी जी ने परिवार को किया था फोन’

जब उनसे सवाल किया गया कि, आखिर उन दिनों में आपसे किसी बड़े नेता ने संपर्क साधा, आपकी सुध ली? तो पूर्व DSP शैलेंद्र सिंह ने कहा कि, “माननीय योगी जी ने मेरे परिवार को तुरंत फोन किया था, मैं तो उस वक्त जेल में था, उन्होंने खबर ली थी। उन्होंने कहा था कि जब मैं आउंगा तो इंसाफ करूंगा। और आज किया उन्होंने। मेरा परिवार उनके प्रति पूरा आभारी है।

 

उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि आगे किसी और के साथ ऐसा न हों, इसका अनुरोध करता हूं..और मैं और मेरी टीम के साथ जो हो रहा है, उसको सरकार देखे। उन्होंने कहा कि, बहुत बुरी परिस्थिति से मैं गुजरा हूं।”

मुकदमा हुआ वापस

बता दें कि शैलेंद्र सिंह ने 2004 में सपा सरकार में हिम्‍मत दिखाते हुए पंजाब जेल में बंद यूपी के माफिया मुख्‍तार अंसारी पर पोटा के तहत कार्रवाई की थी। एसटीएफ में तैनात पूर्व सीओ शैलेंद्र सिंह के खिलाफ साल 2004 में मुकदमा दर्ज हुआ था। राज‍नीति दबाव के चलते पूर्व की सपा सरकार ने शैलेंद्र सिंह से न सिर्फ इस्तीफा ले लिया था बल्कि उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया था। राजनीति से प्रेरित ऐसे मुकदमों को वापस लेने का फैसला यूपी सरकार ने 20 दिसंबर, 2017 को ही कर लिया था। इसी क्रम में सीजीएम कोर्ट ने पूर्व सीओ शैलेंद्र सिंह पर हुआ मुकदमा वापस ले लिया। इस आदेश की प्रति उनको मंगलवार को प्राप्‍त हो गई।

Exit mobile version