News Room Post

Atiq Murder Case: माफिया अतीक और अशरफ की हत्या में शामिल तीनों शूटर्स का हो सकता है नारको टेस्ट, ये है वजह

atiq ahmed murderers

प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में तीनों शूटर्स से प्रयागराज पुलिस पूछताछ कर रही है। प्रयागराज कोर्ट ने तीनों शूटर्स अरुण मौर्य, लवलेश तिवारी और सनी सिंह की 4 दिन की रिमांड पुलिस को दी है। पुलिस ने तीनों से बुधवार को करीब 9 घंटे तक पूछताछ की। अब खबर है कि प्रयागराज पुलिस कोर्ट में तीनों के नारको एनालिसिस टेस्ट और ब्रेन मैपिंग कराने की अर्जी देने वाली है। इस अर्जी की वजह ये है कि तीनों शूटर्स लगातार अपने बयान बदल रहे हैं। नारको टेस्ट और ब्रेन मैपिंग से अतीक और अशरफ के कत्ल की गुत्थी सुलझ सकेगी।

तीनों शूटर्स ने पुलिस को बताया है कि उनको दिल्ली और एनसीआर में ऑपरेट करने वाले जीतेंद्र गोगी गैंग से हथियार मिले थे। जीतेंद्र गोगी की पहले ही दिल्ली के कोर्ट में हत्या हो चुकी है। गोगी गैंग के रिश्ते खतरनाक अपराधी लॉरेंस बिश्नोई से भी रहे हैं। ऐसे में पुलिस अब नारको एनालिसिस और ब्रेन मैपिंग के जरिए अतीक और अशरफ के तीनों शूटर्स के बयान की तस्दीक करना चाहती है। इससे पहले शूटर्स ने पुलिस को बताया था कि वे अतीक से बड़ा माफिया बनना चाहते थे। इसी वजह से उसकी और अशरफ की हत्या का प्लान बनाया था। तीनों शूटर्स में से एक बांदा, दूसरा हमीरपुर और तीसरा कासगंज का है। तीनों ही जिलों के बीच काफी दूरी है। ऐसे में पुलिस ये भी जानना चाहती है कि अरुण, लवलेश और सनी आपस में कैसे संपर्क में आए।

माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल 2023 की रात प्रयागराज में हॉस्पिटल के बाहर कर दी गई थी। अतीक की कनपटी से पिस्टल सटाकर गोली मारी गई थी। उसके साथ एक ही हथकड़ी से बंधा अशरफ भी जमीन पर गिर गया था। फिर दोनों पर 10 से ज्यादा राउंड फायरिंग की गई थी। हत्या में तुर्किए में बनी जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल हुआ था। इस पिस्टल को भारत में अवैध घोषित किया गया है। जिगाना पिस्टल की कीमत ही 5 से 6 लाख रुपए तक है।

Exit mobile version