News Room Post

Nawab Malik: ED हिरासत में भेजे गए मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार नवाब मलिक, BJP ने की इस्तीफे की मांग, तो NCP ने अलापा ये राग  

nawab malik

नई दिल्ली। धन शोधन मामले प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए गए NCP नेता नवाब मलिक को आगामी 3 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है। बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन मामले में मलिक को गिरफ्तार किया। इससे पहले बुधवार सुबह से ही मलिक से लंबी पूछताछ की गई थी। खबरों की मानें तो यह पूछताछ अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबी से जमीन की खरीद-फरोख्त के संदर्भ में की गई थी। दरअसल, नवाब पर आरोप है कि उन्होंने बाजार मूल्य से कम कीमत में दाऊद के करीबी से जमीन खरीदी थी। यह दाऊद का वही करीबी है, जो कि बम धमाकों के आरोपियों की फेहरिस्त में शुमार था। ऐसे में नवाब मलिक का सवालिया कठघरे में खड़ा होना लाजिमी है।

उधर, ईडी के शिकंजे में आने के बाद नवाब पर सियासी विरोधी भी मुखर हो गए हैं। नवाब की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी की तरफ से उनके इस्तीफे की मांग की जा रही है, लेकिन एनसीपी नेता व महाराष्ट्र सरकार में मंत्री छगन भुजबळ ने बीजेपी की उक्त मांग को सिरे से खारिज कर दिया है। भुजबल ने कहा कि सरकार के सभी घटक दलों , ‘शिवसेना’, ‘कांग्रेस’ और ‘एनसीपी’ के नेताओं संग बैठक के बाद इस नतीजे पर पहुंचा गया कि नवाब मलिक से इस्तीफा नहीं लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि मलिक को जानबूझकर फंसाया जा रहा है। मंत्री की तरफ से ऐलान किया गया कि नवाब मलिक की गिरफ्तारी के विरोध में केंद्र सरकार और प्रवर्तन निदेशालय के खिलाफ मुंबई स्थित महात्मा गांधी स्मारक के सामने विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत ने नवाब मलिक के प्रकरण में कहा कि उन्हें इस्तीफा देने की जरूरत नहीं है।

राउत ने यह भी कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार में महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार से आमने सामने आकर लड़ने की क्षमता नहीं है, इसलिए हमारी सरकार को अस्थिर करने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रही है। उधर, एनपीसी प्रमुख शरद पवार ने नवाब मलिक के बचाव में कहा कि वे विगत कुछ दिनों से केंद्र सरकार के नुमाइंदों के खिलाफ खुलकर बोलते हुए कुछ विशिष्ट चेहरों को बेपर्दा कर रहे थे, जो कि कुछ लोगों को रास नहीं आई और उन्होंने नवाब को फंसाने के लिए इस तरह का कुचक्र रचा।

Exit mobile version