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Chopper crash: शौर्य चक्र से सम्मानित वरुण सिंह के अगले 48 घंटे नाजुक

varun singh

नई दिल्ली। तमिलनाडु के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी) में डायरेक्टिंग स्टाफ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह बुधवार को कुन्नूर के पास हुए दुर्भाग्यपूर्ण एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जीवित बचे एकमात्र अधिकारी हैं। उन्हें तकरीबन 80-85 प्रतिशत तक झुलस गए हैं। वह अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यह जानकारी तमिलनाडु सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी। शौर्य चक्र वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाले सिंह बुधवार की रात सर्वाइव करने में सफल रहे हैं और डीएसएससी में उनके ठीक होने की प्रार्थना है। सिंह का इलाज कर रहे डॉक्टरों की टीम ने कोई आश्वासन नहीं दिया है और अगले 48 घंटे गंभीर हैं। सिंह को हाल ही में विंग कमांडर से ग्रुप कैप्टन के रूप में पदोन्नत किया गया था और वह हाल ही में डीएसएससी में शामिल हुए थे।


दुर्घटना में दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर पर सवार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य अधिकारियों सहित अन्य सभी 13 लोगों का निधन हो गया था। कुन्नूर के सैन्य अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा दी गई प्रक्रिया के अनुसार राज्य सरकार के डॉक्टर और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम किया गया।

बता दें, तमिलनाडु में कुन्नूर के पास चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य लोगों की मौत के बाद दुर्घटनाग्रस्त हुए एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर के ब्लैक बॉक्स और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर की तलाश की जा रही थी। ब्लैक बॉक्स हेलीकॉप्टर की अंतिम उड़ान स्थिति और अन्य पहलुओं के बारे में डेटा बता सकता है। भले ही इसे ब्लैक बॉक्स कहा जाता है, लेकिन उड़ान डेटा रिकॉर्डर को चमकीले नारंगी रंग में रंगा जाता है और यह उड़ान डेटा और कॉकपिट वातार्लापों को रिकॉर्ड करता है। हेलिकॉप्टर के अवशेषों की आगे की फोरेंसिक जांच से यह भी पता चल सकता है कि क्या दुर्घटना के बाहरी कारण थे। इसके अलावा, ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, वेलिंगटन, तमिलनाडु में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में डायरेक्टिंग स्टाफ भी उड़ान के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी प्रदान कर सकते हैं। वहीं अब जानकारी मिल रही है कि सेना के क्रैश हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स मिल गया है। जिससे अब जानकारी जुटाई जाएगी।

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