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Bihar: वाह कुर्सी कुमार वाह… कानून मंत्री वारंटी है और CM साहब को पता ही नहीं, सुनिए क्या कह रहे हैं नीतीश?

Nitish kumar

नई दिल्ली। बिहार में मंगलवार को नीतीश सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। जिसमें आरजेडी के 16 विधायकों को शामिल किया गया। इनमें आरजेडी के कोटे से कार्तिकेय सिंह ने भी शपथ ली है। हैरान करने वाली बात ये है कि जिस दिन उन्होंने शपथ ली है उसी दिन यानी 16 अगस्त को कोर्ट में सरेंडर करने का वारंट जारी किया गया था। लेकिन सरेंडर करने की जगह उन्होंने कैबिनेट मंत्री के रूप शपथ ली थी। बता दें कि नीतीश सरकार में कार्तिकेय सिंह को कानून मंत्री बनाया गया है। कार्तिकेय सिंह के ऊपर अपहरण का केस दर्ज है। इसी को लेकर उनके खिलाफ वारंट जारी किया गया है। नीतीश कुमार कानून मंत्री तो बन गए, मगर खुद कानून का पालन करना भूल गए। उधर मामला अब तूल पकड़ता दिखाई दे रहे है। जिसके बाद वो राज्य की नीतीश सरकार अब विवादों में घिर गई है। इसी बीच अब कार्तिकेय सिंह मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पहला रिएक्शन सामने आया है।

मुझे इस बारे में जानकारी नहीं- नीतीश कुमार

कार्तिकेय सिंह के मामले पर नीतीश कुमार से जब मीडिया वालों ने सवाल किया तो उन्होंने इस मामले से किनारा कर लिया। सीएम नीतीश कुमार ने कहा, ‘मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है।’ आपको बता दें कि, पूरा मामला क्या है, दरअसल साल 2014 में राजीव रंजन का अपहरण हुआ था। जिसके बाद कोर्ट ने मामले में संज्ञान लिया था। इस मामले में एक आरोपी कार्तिकेय सिंह भी हैं। उनके खिलाफ कोर्ट वारंट भी जारी किया है। चौंकाने वाली बात ये है कि जिस दिन उनको सरेंडर करना था, लेकिन उसी दिन वो शपथ ले रहे थे।

कौन हैं कार्तिकेय सिंह

कार्तिकेय सिंह मोकामा के रहने वाले हैं। पेशे से वो शिक्षक भी रह चुके हैं। सभी लोग उन्हें मास्टर साहब कहकर ही बुलाते हैं। उन्होंने विधान परिषद चुनाव में जेडीयू के उम्मीदवार को हराया था। वो आरजेडी के विधान पार्षद हैं। कहा ये भी जाता है कि अनंत सिंह के जेल जाने के बाद सारा कामकाज कार्तिकेय ने ही संभाला था। वहीं इस वक्त बीजेपी पूरा हमलावर रुख अख्तियार किए हुए हैं। बीजेपी लगातार बिहार सरकार को जंगलराज बता रही हैं। कल बीजेपी ने आगे की रणनीति तय करने के लिए बिहार में मीटिंग में की थी जिसमें जेपी नड्डा भी पहुंचे थे।

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