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Bihar Politics: पीएम मोदी पर ललन सिंह ने की विवादित टिप्पणी पर नित्यानंद राय का करारा जवाब, कहा- उन्हें न तो संविधान का ज्ञान और न ही…

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नई दिल्ली। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर एक विवादित टिप्पणी की है। रविवार को अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल राजगीर के इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर हॉल में ललन सिंह ने पीएम मोदी को लेकर कहा कि, “वो (पीएम मोदी) देश के संविधान को अपने नाम कर रहे हैं। इसके साथ छेड़छाड़ हो रही है। अगर अगले साल 2024 में यही मोदी सरकार की सत्ता वापसी होती है तो देश में नरेंद्र मोदी संविधान चलेगा।” आगे ललन सिंह ने कहा कि ‘कोशिश की जा रही है कि कैसे एक ही व्यक्ति (पीएम मोदी) के नाम पर इतिहास लिखा जाए’। इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर हॉल में अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिए गए अपने इसी बयान को लेकर अब जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भारतीय जनता पार्टी के निशाने पर आ गए हैं। अब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय की इस मामले पर प्रतिक्रिया सामने आई है। नित्यानंद राय ने ललन सिंह पर जोरदार हमला बोला है।

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के बयान पलटवार करते हुए नित्यानंद राय ने कहा, “अब उन्हें क्या कहा जाए। न तो कभी उन्होंने संविधान को पढ़ा है, न ही उन्हें संविधान का ज्ञान है और वो संविधान की बात कर रहे हैं”। आगे नित्यानंद राय ने कहा कि इन लोगों को संविधान से किसी तरह का कोई मतलब नहीं है। ये लोग बस भ्रष्टाचार को जानते हैं और उसी से मतलब रखते हैं। खुद ये ऐसे लोग हैं जो कि संविधान को मानते नहीं है और आज उसी संविधान के लिए खड़े हो रहे हैं।

पीएम मोदी की तारीफ में बांधे पुलिंदे

आगे ललन सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों पर नित्यानंद राय ने कहा कि, “साढ़े 9 साल से केंद्र की मोदी सरकार अंबेडकर के संविधान के मुताबिक ही काम कर रही है। कई योजनाओं को शुरु किया जिसका लाभ हर वर्ग को मिल रहा है। यहां तक की पीएम मोदी ने ही अम्बेडकर के नाम पर पंच तीर्थ बनाया है”।

आगे कांग्रेस पार्टी पर हमला बोलते हुए नित्यानंद राय ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने आपातकाल लगाकर देश के संविधान को खत्म करने की कोशिश की थी। उस वक्त  लालू जी और नीतीश ने खुद इसका विरोध किया था। लेकिन आज जब सत्ता से बाहर हैं तो सभी सत्ता की लालच में उसी कांग्रेस पार्टी की गोद में जाकर बैठें हैं। अगर इन दलों को संविधान की इतनी ही परवाह होती तो ये कभी भी कांग्रेस पार्टी के साथ नहीं जाते।

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