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Winter Session: इधर विपक्ष कर रहा था हंगामा उधर संसद से माल्या और नीरव को लेकर आई बड़ी जानकारी, विपक्षी दलों में छा गई खामोशी!

Nirav Modi and Vijay

नई दिल्ली। जिस तरह कोई दीमक किसी लकड़ी को खा जाता है, ठीक उसी प्रकार से लाखों करोड़ों रूपए लेकर देश से फरार हो चुके ये आर्थिक अपराधी हमारी अर्थव्यवस्था को खोखला कर रहे हैं। ताज्जुब की बात है कि ऐसे आर्थिक अपराधियों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इन आर्थिक अपराधियों में कई नाम शामिल हैं, जिसमें नीरव मोदी समेत विजय माल्या लोग शामिल हैं। विपक्ष की तरफ से ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कई मौकों पर उठाई गई। अब इन आर्थिक अपराधियों को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि, अब तक सरकार ने ऐसे ही आर्थिक अपराधियों की संपत्ति को बेचकर कुल 13 हजार करोड़ से भी ज्यादा रूपए वसूले हैं। उन्होंने कहा कि ये 13 हजार करोड़ से ज्यादा रूपए नीवर मोदी की संपत्तियों को बेचकर हासिल किए गए हैं। इससे पहले 5 लाख 49 हजार रूपए वसूले गए थे। बता दें कि केंद्रीय वित्त मंत्री ने उक्त जवाब तब दिया, जब संसद में विपक्षियों की तरफ से इन आर्थिक अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है। इसके अलावा उन्होंने कई मसलों पर अपनी राय रखी। आइए, आगे रिपोर्ट में हम आपको उनके द्वारा अन्य मसलों पर दिए गए बयानों से रूबरू कराए चलते हैं।

कोरोना से लगा देश की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका..!  

इस बीच वित्त मंत्री ने इस बात को स्वीकार करने में कोई गरेज नहीं किया कि कोरोना की वजह से हमारी अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा है। लिहाजा इस स्थिति से निपटने के लिए सरकार की तरफ से पूरी कोशिश की जा रही है। इसके अलावा इसके साथ ही बैंकिग व्यवस्था को भी कोरोना की वजह से गहरा झटका लगा है। लेकिन हम बैंकों में अपनी मेहनत की कमाई जमा करने वाले सभी जमाकर्ताओं को यह विश्वास दिलाने चाहते हैं कि उनके द्वारा जमा कराया गया धन बिल्कुल सुरक्षित है। उन्हें किसी भी प्रकार के आर्थिक जोखिमों के बारे में सोचकर घबराने की जरूरत नहीं है। वहीं, हमारी सरकार अर्थव्यवस्था को नई गति प्रदान करने की दिशा में पूरी कोशिश कर रही है।

किसानों के मसले का भी हुआ जिक्र

इसके अलावा केंद्रीय वित्त मंत्री ने किसानों की स्थिति के बारे में भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि किसान एक गंभीर विषय है। लिहाजा इस पर एक-एक फैसला सोचकर समझ कर लिए जाने की जरूरत है। वहीं, अभी हाल ही में किसानों को जिस तरह से उर्वरक को खरीदने में किल्लतों को सामना करना पड़ रहा है, उसे लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री ने संसद में जानकारी देते हुए कहा कि, सरकार उर्वरक की सब्सिडी के लिए 58 हजार करोड़ रूपए आवंटित कर रखें हैं।

विपक्ष ने किया संसद में हंगामा

वहीं, विपक्ष ने संसद में जोरदार हंगामा किया है, जिससे संसदीय गतिविधियों में बाधा हुई, लेकिन केंद्र सरकार के नुमाइंदों ने अपनी बुद्धिमत्ता का परिचय देते हुए संसदीय गतिविधियों को सुचारू बनाएं रखने की पूरी कोशिश की।

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